पीवी. सिंधु पद्म भूषण तो मृत्यु के 33 साल बाद जाधव पद्मश्री के लिए नामांकित

Update: 2017-09-25 11:05 GMT
पीवी. सिंधु पद्म भूषण तो मृत्यु के 33 साल बाद जाधव पद्म श्री के लिए नामांकित

नई दिल्ली: रियो ओलम्पिक की रजत पदक विजेता भारत की अग्रणी महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी. सिंधु का नाम देश की तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान-पद्म भूषण के लिए नामित हुआ है। विश्व चैम्पियनशिप में दो कांस्य और एक रजत जीतने वाली सिंधु से पहले भारत के दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ी महेंद्र सिंह धौनी का नाम भी पद्म भूषण के लिए नामांकित किया जा चुका है।

हैदराबाद की रहने वाली 22 वर्षीया सिंधु को पिछले साल देश के सबसे बड़े खेल सम्मान राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। इससे पहले 2015 में उन्हें पद्म श्री से नवाजा गया था।

सिंधु वर्ल्ड रैंकिंग में हैं दूसरे स्थान पर

सिंधु ने इस साल ग्लास्गो में आयोजित विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता था। उन्हें इस टूर्नामेंट के फाइनल में जापाना की नोजोमी ओकुहारा ने मात दी थी। पिछले सप्ताह ही सिंधु विश्व बैडमिंटन संघ में महिला एकल रैंकिंग में दो स्थान ऊपर उठते दूसरे स्थान पर पहुंच गई।

मृत्यु के 33 साल बाद मिला नामांकन

सूत्रों के मुताबिक, खेल मंत्रालय ने भारत के पहले व्यक्तिगत ओलम्पिक पदक विजेता पहलवान केडी. जाधव का नाम पद्मश्री के लिए नामांकित किया है। जाधव के नाम की सिफारिश उनकी मृत्यु के 33 साल बाद की गई है। जाधव ने 1952 में हेलसिंकि ओलम्पिक में पहलवानी में कांस्य पदक जीता था।

 

आईएएनएस

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