Nipah Virus: केरल के बाद अब तमिलनाडु में दस्तक, कोयंबटूर में पहला केस, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
निपाह वायरस का पहला मामला केरल में सामने आने के बाद अब तमिलनाडु में भी एक केस सामने आया है। कोयंबटूर के जिलाधिकारी व स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गए हैं।
Nipah Virus: कोरोना वायरस की दूसरी लहर का असर देश से अभी गई भी नहीं इसी बीच निपाह नामक एक और वायरस ने अपने पैर फैलाने शुरू कर दिए हैं। इस वायरस का पहला मामला केरल में सामने आया था, अब तमिलनाडु में भी एक केस सामने आया है।
कोयंबटूर के जिलाधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार निपाह वायरस का एक केस उनके यहां पर मिला है। सभी तरह की सावधानियां बरती जा रही हैं। अब तेज बुखार के साथ जो भी सरकारी अस्पताल आ रहा है, उसकी सही तरीके से जांच की जाएगी।
निपाह से केरल में हुई थी एक बच्चे की मौत
इस निपाह वायरस ने तब हर किसी को हैरान कर दिया जब रविवार को केरल में एक 12 साल के बच्चे की इसकी वजह से मौत हो गई। केरल के कोझिकोडे में 12 साल के बच्चे का प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा था, लेकिन उसने दम तोड़ दिया।
अकेले केरल में कोरोना के 70 फीसदी केस
केरल के लिए ये चिंता का विषय इसलिए भी है, क्योंकि यहां कोरोना की ताजा लहर ने हालात बिगाड़ दिए हैं। देश में जितने भी केस आ रहे हैं, उसमें से 70 फीसदी करीब केरल से ही आ रहे हैं। अकेले केरल में ही 2 लाख के करीब कोरोना के एक्टिव केस हैं।
क्या है निपाह वायरस?
आपको बता दें कि निपाह वायरस सबसे पहले 1998 में मलेशिया में पाया गया था। भारत के पश्चिम बंगाल में 2001 में इसके कई मामले सामने आए थे। ये भी कोरोना वायरस की तरह ही खतरनाक है, हालांकि ये हवा से नहीं फैलता है।
निपाह वायरस जानवर से मनुष्यों में फैलता है। इसका भी मूल कारण चमगादड़ ही होता है, लेकिन ताजा माहौल में किसी मनुष्य से मनुष्य में भी वायरस फैलने का डर बताया जा रहा है। इसके अलावा सूअरों से भी निपाह वायरस फैलने का डर है।
निपाह वायरस के लक्षण
इस वायरस के लक्षण में तेज बुखार होना है, जो 2 हफ्ते तक रहता है और शरीर को नुकसान पहुंचाता है। चिंता की बात ये है कि इस वायरस के कारण किसी भी व्यक्ति के दिमाग पर बुरा असर पड़ता है, जो मौत की ओर ले जाता है।