Tamil Nadu Violence: बिहारियों के साथ हिंसा के मुद्दे पर प्रशांत किशोर ने तमिलनाडु सरकार को घेरा, पूछा ये सवाल

Tamil Nadu Violence: डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और तमिलनाडु पुलिस ऐसी घटनाओं को महज अफवाह बताकर खारिज कर रहे हैं।

Written By :  Krishna Chaudhary
Update: 2023-03-05 07:33 GMT

Prashant Kishor (photo: social media )

Tamil Nadu Violence: तमिलनाडु में बिहारियों के साथ हो रही मारपीट और हिंसा की घटनाओं को लेकर इन दिनों बिहार में सियासी घमासान मचा हुआ है। विपक्षी बीजेपी इस मुद्दे को लेकर नीतीश सरकार पर हमलावर है। वहीं, डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव और तमिलनाडु पुलिस ऐसी घटनाओं को महज अफवाह बताकर खारिज कर रहे हैं। अब इस मामले में चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की भी एंट्री हो गई है। बिहार में पदयात्रा कर रहे पीके ने तमिलनाडु में बिहारियों के साथ मारपीट की एक घटना का वीडियो रीट्वीट किया है।

इस वीडियो को पिछले महीने तमिलनाडु की रेलवे पुलिस ने ट्वीट किया था और आरोपियों के खिलाफ चेन्नई जीआरपी में एफआईआर दर्ज कराने की बात कही थी। किशोर ने अपने ट्विटर हैंडल से वीडियो को रीट्वीट करते हुए लिखा, यह वीडियो तमिलनाडु रेलवे पुलिस ने 16 फ़रवरी को शेयर किया है। तमिलनाडु सरकार के DGP को GRP Chennai में रजिस्टर्ड इस FIR के status के बारे में भी बताना चाहिए।

दरअसल, तमिलनाडु के कई जिलों में वहां रहे हिंदीभाषियों विशेषकर बिहार से गए लोगों के साथ मारपीट और हिंसा की खबरें सामने आ रही हैं। कई तरह के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। मामला तूल पकड़ने के बाद पिछले दिनों तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक ने एक वीडियो जारी कर इन वीडियो को फेक करार दिया था और हिंसा और मारपीट की घटनाओं को महज अफवाह करार दिया था। प्रशांत किशोर ने उनके इसी दावे पर घेरा है।

रेलवे ट्रैक पर मिला एक बिहारी का शव

हिंसा की खबरों के बीच एक और बड़ी खबर तमिलनाडु से सामने आई है। बिहार के वैशाली जिले के रहने वाले एक शख्स की वहां मौत हो गई है। उसका शव संदिग्ध हालत में रेलवे ट्रैक पर पड़ा मिला। मृतक का नाम 35 वर्षीय संजीव कुमार बताया जा रहा है, जो पिछले 15 सालों से यहां सिरपुर में एक दुकान चला रहे थे। शव लाने के हालात नहीं थे, इसलिए परिजनों ने उनका अंतिम संस्कार वहीं कर दिया।

मृतक के परिजनों का कहना है कि घटना से एक दिन पहले रात में संजीव से बात हुई थी। तब संजीव ने उन्हें बताया था कि तमिलनाडु में हालात तेजी से खराब हो रहे हैं। तमिलों ने उन्हें भी धमकी दी है और अगल दिन उसकी मौत की सूचना मिली।

घटना को नकार चुके हैं तेजस्वी

कुछ दिनों पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के जन्मदिन कार्यक्रम में शामिल होने चेन्नई गए डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने बिहारियों पर हो रहे हमले की बात को पूरी तरह से नकार दिया था। उन्होंने विधानसभा में वायरल वीडियोज को फर्जी बताते हुए बीजेपी पर हमला बोला था। वहीं, बिहार पुलिस ने भी तमिलनाडु डीजीपी के वीडियो को रीट्वीट करते हुए कहा था कि ऐसी कोई घटना वहां नहीं हुई है।

सीएम नीतीश ने स्टालिन से की बात

तमिलनाडु में बिहारियों के साथ हो रही हिंसा को नकारने वाली नीतीश सरकार ने अब इसे गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है। बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद उन्होंने तमिलनाडु सीएम स्टालिन से इस मुद्दे पर बात की। इस दौरान स्टालिन ने उन्हें राज्य में रह रहे बिहार के लोगों की सुरक्षा को लेकर आश्वस्त किया।

उन्होंने कहा कि बिहार के वर्करों को किसी तरह का नुकसान नहीं होगा। सभी वर्कर हमारे अपने वर्कर हैं, जो तमिलनाडु के विकास में मदद करते हैं। एक निजी कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाकर कानून और व्यवस्था को बाधित करने वाले तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जाएगी। इससे साफ होता है कि वहां की सरकार भी हिंसा और मारपीट की घटना को महज अफवाह मानती है।

बता दें कि बिहार सरकार ने इस मुद्दे की जांच के लिए चार अधिकारियों की टीम तमिलनाडु भेजी है। टीम में शामिल अधिकारी कोयंबटूर और तिरूपुर जैसे स्थानों पर जाकर वहां काम कर रहे बिहारी मजदूरों से बात करेंगे। हिंसा की खबरें इन्हीं जिलों से आई थीं।

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