Telangana Politics: तेलंगाना कांग्रेस में घमासान, 13 नेताओं का इस्तीफा, विधानसभा चुनाव से पहले मुश्किल में फंसी पार्टी
Telangana Politics: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी की कार्यप्रणाली और वरिष्ठ नेताओं की बयानबाजी से नाराज होकर पीसीसी के 13 सदस्यों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है।;
Telangana Politics: विभिन्न प्रदेशों में गुटबाजी की समस्या से जूझ रही कांग्रेस ( Congress) की तेलंगाना (Telangana ) यूनिट में घमासान छिड़ गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी (State Congress President Revanth Reddy) की कार्यप्रणाली और वरिष्ठ नेताओं की बयानबाजी से नाराज होकर पीसीसी के 13 सदस्यों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। तेलंगाना में अगले साल विधानसभा चुनाव होने और ऐसे में पार्टी की प्रदेश इकाई के नेताओं में व्याप्त गुटबाजी ने कांग्रेस की राह मुश्किल कर दी है।
करीब डेढ़ महीने पहले हैदराबाद में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) के जरिए पार्टी की ओर से एकजुटता का संदेश दिया गया था मगर पार्टी की अंतर्कलह एक बार फिर खुलकर सामने आ गई है। तेलंगाना में जहां एक ओर केसीआर के खिलाफ भाजपा ने पूरी ताकत लगा रखी है तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस अपना घर सुरक्षित रखना में भी कामयाब होती नहीं दिख रही है।
टीडीपी से आने वाले नेताओं को लेकर नाराजगी
तेलंगाना में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी के खिलाफ पार्टी नेताओं में काफी दिनों से गुस्सा दिखता रहा है। पूर्व में भी पार्टी के कई नेता उनके खिलाफ आवाज उठा चुके हैं। अब पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बयानबाजी के खिलाफ एक बार फिर गुस्सा भड़क गया है। दूसरी पार्टी से आने वाले नेताओं को ज्यादा तरजीह दिए जाने से पार्टी नेताओं में नाराजगी दिख रही है। आंध्र प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम और पार्टी के वरिष्ठ नेता दामोदर राज नरसिंह ने इस बात को लेकर गहरी आपत्ति जताई है कि दूसरे दलों से आने वाले नेताओं को ज्यादा महत्व दिया जा रहा है। उनका इशारा साफ तौर पर टीडीपी नेताओं की ओर था।
उन्होंने कहा कि जब दूसरे दल छोड़कर आने वाले नेताओं को ज्यादा महत्व दिया जाएगा तो इससे पार्टी के कार्यकर्ताओं में क्या संदेश जाएगा। पार्टी के एक और वरिष्ठ नेता उत्तम कुमार ने कहा कि हालत यह हो गई है कि पीसीसी के 50 फ़ीसदी से अधिक सदस्य पूर्व में टीडीपी से जुड़े हुए थे। कांग्रेस के लिए बरसों से काम करने वालों को पीसीसी में जगह नहीं मिल रही है जबकि टीडीपी नेताओं को तरजीह दी जा रही है।
इस्तीफा देने वालों में कई बड़े चेहरे
प्रदेश कांग्रेस में चल रही अंतर्कलह और खींचतान के कारण पीसीसी के 13 सदस्यों ने इस्तीफा दे दिया। इस्तीफा देने वालों में कांग्रेस विधायक डी अनसूया और पूर्व विधायक वी नरेंद्र रेड्डी भी शामिल है। इन नेताओं को राज्य कांग्रेस के बड़े चेहरों में गिना जाता है। कांग्रेस के कई नेताओं के इस्तीफे पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रेवंत रेड्डी ने चुप्पी साध रखी है।
पार्टी की राज्य यूनिट में व्याप्त गुटबाजी को लेकर सवाल पूछे जाने पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने सवालों का सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी हाईकमान की ओर से इन इस्तीफों पर फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता 26 जनवरी को निकाली जाने वाली पदयात्रा की तैयारियों में जुटे हुए हैं और इस पदयात्रा के जरिए केंद्र सरकार की नाकामियों को जनता तक पहुंचाया जाएगा।
एकजुटता के संदेश का असर नहीं
तेलंगाना में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और ऐसे में कांग्रेस की गुटबाजी पार्टी के लिए भारी पड़ सकती है। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा 2 नवंबर को हैदराबाद पहुंची थी और इस दौरान राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को एकजुटता का संदेश दिया था। राहुल गांधी के इस संदेश का पार्टी की राज्य यूनिट में कोई असर पड़ता नहीं दिख रहा है।
राज्य के मुख्यमंत्री केसीआर और भाजपा की चुनौतियों का सामना करने की जगह पार्टी नेता आपस में ही उलझे हुए हैं। पार्टी नेताओं के बीच एक-दूसरे के खिलाफ चल रही बयानबाजी के कारण माहौल बिगड़ता दिख रहा है। अब सबकी निगाहें हाईकमान की ओर लगी हैं कि पार्टी नेताओं के इस्तीफे पर हाईकमान की ओर से क्या कदम उठाया जाता है।