Sitaphalmandi Haunted House: डेढ़ लाख का भूतिया घर जो रहने गया, वह सीधे ऊपर गया

Sitaphalmandi Haunted House: ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम ने सीताफल मंडी के भूतिया मकान को जमींदोज करने के लिए बुलडोजर चलाने की हरी झंडी दे दी है।

Written By :  Ramkrishna Vajpei
Update:2022-06-20 18:10 IST

सीताफल मंडी का भूतिया मकान।

Hyderabad: सिकंदराबाद के सीताफल मंडी (Sitaphal Mandi of Secunderabad) में 'प्रेतबाधित' 'डेढ़ लाख का घर' पर अब जल्द ही बुलडोजर (bulldozer) चलने के बाद मलबे का ढेर बनने जा रहा है और इसी के साथ लगभग 50 साल से इस मकान के खौफ बारे में पकाई जा रही, गढ़ी जा रही प्रेत कथाओं का अंत भी हो जाएगा। अगर आप यकीन करें तो इस खूबसूरत मकान को लेकर लोगों में इस कदर दहशत थी कि स्थानीय लोगों ने स्वघोषित कर्फ्यू लगा रखा था कि सूर्यास्त के बाद इस घर के करीब नहीं जाना है। इस घर में रहने की हिम्मत नहीं करना है। अब ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (Greater Hyderabad Municipal Corporation) ने इस मकान को जमींदोज करने के लिए बुलडोजर चलाने की हरी झंडी दे दी है।

50 साल पुराने डेढ़ लाख का घर गिराने की चल रही तैयारी

50 साल पुराने डेढ़ लाख का घर गिराने की तैयारी चल रही है। घर का स्वामित्व लक्ष्मण नाम के एक व्यक्ति के पास था जिसने इसका निर्माण किया था, लेकिन वह जीवित नहीं बचा। इस खूबसूरत घर की प्रेतवाधित होने की कहानियां यहां बहुत लोकप्रिय थीं, क्योंकि बहुत से लोग इसे देखने के लिए इस क्षेत्र में आते थे और कई लोगों को डरावनी घटनाओं का भी सामना करना पड़ता था।

घर का कई सोशल मीडिया पर सक्रिय लोगों और ब्लॉगर्स ने किया दौरा

इस घर का कई सोशल मीडिया पर सक्रिय लोगों और ब्लॉगर्स ने दौरा किया और परिसर में प्रवेश करने के अपने अनुभव साझा किए। एक ब्लॉगर, आफताब, जिसका 'एक्सप्लोर डार्क' नाम का एक चैनल है, ने असामान्य गतिविधियों का अनुभव करने का दावा किया है, जिसे उसने रिकॉर्ड किया और सोशल मीडिया पर लोगों के साथ साझा किया।

सीताफल मंडी (Sitaphal Mandi) की नगर सेवक और सदस्य ने कहा कि मैंने भी घर की डरावनी कहानियां सुनीं, लेकिन ऐसी कोई घटना कभी नहीं देखी। जीएचएमसी (GHMC) पांच साल से अधिक समय से घर की देख-रेख कर रही है। घर विवादित था जिसे हाल ही में सुलझा लिया गया। घर के मालिकों ने डेढ़ लाख का घर को ध्वस्त करने के लिए हमसे संपर्क किया था। घर के मालिक यहां एक अपार्टमेंट बनाने के इच्छुक थे और आसपास की सफाई के लिए जीएचएमसी की मंजूरी चाहते थे। उन्होंने कहा, "घर की हालत खराब थी और चारदीवारी नहीं थी। यह डंपिंग ग्राउंड बन गया था।

डेढ़ लाख का घर का इतिहास

घर के मालिक लक्ष्मण ने 1.5 लाख रुपये खर्च कर घर का निर्माण कराया था। उस समय यह बहुत बड़ी रकम थी, इसलिए लोग घर को डेढ़ लाख का घर कह कर पुकारने लगे। लक्ष्मण क्षेत्र के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक था। उसने अपनी पत्नी और दो बेटियों और तीन बेटों के साथ नए घर में रहने का फैसला किया।

स्थानीय लोगों कहना है निर्माण के बाद लक्ष्मण और उनके परिवार ने अनुष्ठान करने के बाद रहने का फैसला किया था। लेकिन इससे पहले एक दुखद घटना हो गई। नए परिसर में कदम रखने से पहले उनकी पत्नी का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। लक्ष्मण ने निश्चय किया कि घर में कुछ गलत हो रहा है। उसने एक कड़ा फैसला लिया और फिर कभी घर नहीं लौटा।

लेकिन यह अंत नहीं था। कुछ दिनों बाद लक्ष्मण ने 'डेढ़ लाख का घर' एक छात्र को लीज पर दे दिया। पड़ोसियों का कहना था कि उस छात्र का व्यवहार अजीब था। जैसे-जैसे दिन बीतते गए मामला और गंभीर होता गया। वह इमारत में आत्महत्या करने के बाद मृत पाया गया। वहां रहने की कोशिश करने वाले हर परिवार में भी यही दोहराया गया। कुछ लोगों की अज्ञात कारणों से मृत्यु हुई जबकि अन्य ने आत्महत्या की; कुछ ने अजीब व्यवहार किया।

दिन में भी इस घर से प्रेतवाधित और डरावना खिंचाव है: स्थानीय लोग

जब आस-पास के इलाकों के स्थानीय लोगों से उनके अनुभवों के बारे में पूछा जाता था, तो वे कहते थे, "दिन में भी इस घर से प्रेतवाधित और डरावना खिंचाव है; वे इससे बचते हैं।" उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने घर से अजीब आवाजें सुनीं, खासकर एक महिला के रोने की। इससे अंदाजा नहीं लगाया जा सकता कि घर में कोई अलौकिक शक्ति घूम रही है। रात 9:30 बजे के बाद लोग घर के पास से नहीं गुजरते थे। कुछ ने दावा किया कि उन्होंने एक महिला को बालकनी और छत पर सफेद साड़ी में देखा है। और अंत में इस तरह की अफवाहें फैलती गईं और सुंदर घर भूतिया बना दिया गया। देखना यह है कि घर के मालिक इस घर को गिराकर यहां जो अपार्टमेंट बनाना चाह रहे हैं उसे प्रेतों से कब तक राहत रहती है।

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