Telangana: केसीआर को उत्तर भारत के नेताओं से झटका, नेशनल पार्टी बनाने के अभियान में नहीं दिखी भागीदारी
Telangana: तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने अब राष्ट्रीय स्तर पर पीएम नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली भाजपा से दो–दो हाथ करने का फैसला लिया है। राष्ट्रीय पार्टी लॉन्च की है।
Hyderabad News: तेलंगाना में बीजेपी की बढ़ती सक्रियता से परेशान मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने अब राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की अगुवाई वाली भाजपा से दो–दो हाथ करने का फैसला लिया है। देश के तमाम गैर –एनडीए क्षत्रपों से मुलाकात के बाद इस दिशा में पहला बड़ा कदम उठाते हुए उन्होंने राष्ट्रीय पार्टी लॉन्च की है। केसीआर (KCR) ने दशहरा के मौके पर अपनी पुरानी पार्टी तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) (TRS) को नई पार्टी भारत राष्ट्र समिति (BRS में विलय कर दिया है।
इस कार्यक्रम में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी और तमिलनाडु में सत्तारूढ़ दल डीएमके के नेता थोल थिरूमावलम मौजूद थे। हालांकि, इस आयोजन में उत्तर भारत का कोई बड़ा सियासी क्षत्रप नहीं दिखा। इसे उनके राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा के लिए झटका माना जा रहा है। पार्टी के 280 से अधिक कार्यकारी सदस्य, विधायक और सांसदों ने टीआरएस को भारत राष्ट्र समिति में मर्ज करने का प्रस्ताव पास किया।
केसीआर का अगला कदम
बताया जा रहा है कि केसीआर ने साल 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय पार्टी लॉन्च की है। लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है कि आम चुनाव से पहले अगले ही साल यानी 2023 में तेलंगाना में विधानसभा चुनाव होने हैं। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, तेलंगाना सीएम 9 अक्टूबर को दिल्ली में बड़ी रैली करने जा रहे हैं, जिसमें वे देश के सामने अपने राष्ट्रीय एजेंडे को सामने रखेंगे। इस दौरान उनके निशाने पर खासतौर पर पीएम मोदी और बीजेपी होगी। नेशनल पार्टी की लॉन्चिंग के बाद हैदराबाद में टीआरएस वर्करों ने जमकर आतिशबाजी की और जश्न मनाया।
लॉन्चिंग से पहले विपक्षी नेताओं से मिले थे केसीआर
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव काफी समय से विपक्षी एकता की कवायद कर रहे हैं। वो केंद्र में गैर – बीजेपी और गैर – कांग्रेस गठजोड़ को पुराने समीकरण को एकबार फिर जीवित करना चाहते हैं। इसी कवायद के तहत उन्होंने पिछले दिनों पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, केरल सीएम पिनराई विजयन, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, पूर्व पीएम एचडी देवगौड़ा और पूर्व केंद्रीय रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव से मुलाकात की थी।
बता दें कि के. चंद्रशेखर राव ने अप्रैल 2000 में आंध्र प्रदेश से अलग तेलंगाना राज्य की मांग को लेकर तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) से इस्तीफा देकर तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) का गठन किया था। उस दौरान टीडीपी आंध्र प्रदेश की सत्ता में थी।