Delhi Haunted House: भूत की सच्ची कहानी, दिल्ली का वो घर जिसमें है दो आत्मा का बसेरा !
Delhi Haunted House: कहते हैं इन जगहों पर आत्माओं का बसेरा है जिसे इंसानों की चहल -कदमी पसंद नहीं है। इन जगहों पर आप अकेले हो कर भी कभी खुद को अकेले महसूस नहीं करते हैं।
Delhi Haunted House: दौड़ते भागते शहरों को देख कर यह अंदाज़ा नहीं लगाया जा सकता है कि इन शहरों में कुछ ऐसी दुनिया के लोगों का बसेरा हो गया है जिन पर लोग विश्वास ही नहीं करेंगें । दिल्ली भारत की राजधानी है । जिसमें आप को दिन से लेकर रात तक चहल पहल नज़र आती है । कई गतिविधियाँ देखने को भी मिलती है । पर इस चमचमाती दिल्ली में कुछ जगह ऐसी भी हैं जिनमे रात को क्या दिन में भी लोग नहीं जाना चाहते हैं ।
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आत्माओं का बसेरा
कहते हैं इन जगहों पर आत्माओं का बसेरा है जिसे इंसानों की चहल -कदमी पसंद नहीं है। इन जगहों पर आप अकेले हो कर भी कभी खुद को अकेले महसूस नहीं करते हैं । देश की राजधानी दिल्ली में भी मौजूद ग्रेटर कैलाश एरिया में एक ऐसा घर है, जिसे दिल्ली की सबसे भूतहा जगहों में से एक माना जाता है।लोग तो दिन में भी यहाँ आस पास नहीं भटकते हैं ।
इसकी कहानी 1986 में शुरू होती है ।ग्रेटर कैलाश 1 में हाउस नंबर W-3 में बुजुर्ग दम्पति रहते थे ।जिसके पास बड़ा घर और प्रॉपर्टी की कोई कमी नहीं थी । इनका नाम यदु कृष्णन कौल और मधु कौल था । प्रॉपर्टी के लालच में इनके ही योग गुरु ने इनकी निर्मम हत्या कर दी थी ।हत्यारे को लगा यह बात कहीं बाहर न जाये , इसके लिए उसने अधकटी लाशों को वाटर टैंक के अंदर डाल दिया। फिर यह योग गुरु इस घर के पास कभी नहीं दिखा।
कुछ दिनों तक दम्पति के घर से बाहर ना निकलने पर लोगों को लगा, उन्होंने यह घर छोड़ दिया है ।पर कुछ दिनों में लाशों की गंदी बदबू से यह मामला पुलिस तक पहुँच गया ।पुलिस आयी और तहक़ीक़ात में सारी बातें पता चली ।
अनसुलझा केस
दम्पति के वारिस न होने पर पहचान के लिए कई रिश्तेदारों से बात की गयी । पर कोई भी इस घर में नहीं आया । पुलिस ने एडवर्टाइजिंग के ज़रिए भी काफ़ी सालों तक इस केस के हत्यारे को ढूँढने की कोशिश की । पर नाकाम रही। यह केस आज भी अनसुलझा ही रह गया ।
लोगों का कहना है आज भी इस घर से रात में कुछ न कुछ आवाज़ें आती रहती हैं। लोगों का कहना है दम्पति का अंतिम संस्कार न होने की वजह से उनकी आत्मा अभी भी उसी घर में भटकती रहती है ।जिस वजह से बहुत सालों तक इस घर को कोई भी ख़रीद नहीं पाया था ।
'प्रेत बाधित घर'
हालांकि, सभी घर को भुतहा नहीं मानते। संपत्ति की देखभाल करने वाले गार्डों ने कुछ भी अजीब रिपोर्ट नहीं की गयी है । क़रीब 35 साल और कई ख़ौफ़नाक सुर्खियों के बाद अब यह घर एक गुप्ता परिवार के पास है, जिन्होंने 2013 में इसमें रहने से पहले इस स्थान को पवित्र करने के लिए 3 दिन तक हवन किया था।पर वो भी अब इस घर में छुट्टियां बिताने ही आते हैं। लेकिन कुछ केयरटेकर्स का समूह यहां परमानेंट रहता है। यह घर क्षेत्र में 'प्रेत बाधित घर' के रूप में लोकप्रिय हो गया और अंततः पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गया है ।