Dwarka Expressway Information: भारत के इस एक्सप्रेस वे पर है सबसे ज्यादा टोल, जानें इसकी खासियत
Dwarka Expressway Information: भारत में कई सारे एक्सप्रेस वे बने हुए हैं जिनमें से द्वारका एक्सप्रेस वे भी है। चलिए हम आपको इस एक्सप्रेस वे की जानकारी देते हैं।
Dwarka Expressway : भारत में कई सारे एक्सप्रेस वे हुए हैं, जो बहुत खूबसूरत हैं और अपनी लंबाई की वजह से पहचाने जाते हैं। इनमें से कई एक्सप्रेस है कि आपने यात्रा भी करी होगी। अपने द्वारका एक्सप्रेसवे के बारे में भी सुना होगा जो भारत का पहला अर्बन एक्सप्रेस वे माना जाता है। द्वारका एक्सप्रेसवे दिल्ली और गुरुग्राम जैसे दो शहरों को जोड़ने का काम करता है। यह अंडर कंस्ट्रक्शन नेशनल एक्सप्रेसवे है जो 27 किलोमीटर लंबा है। चलिए आपको इस एक्सप्रेसवे से जुड़ी कुछ खास और दिलचस्प बातें बताते हैं।
द्वारका एक्सप्रेसवे में हैं सबसे ज्यादा टोल बूथ (Dwarka Expressway Has The Highest Number of Toll Booths)
द्वारका एक्सप्रेसवे भारत के अन्य एक्सप्रेस वे से थोड़ा अलग और एडवांस है। यहां पर कोई 34 टोल बूथ बनाए गए हैं और देश में सबसे ज्यादा टोल बूथ आपको यहीं पर देखने को मिलेंगे।
कितना है द्वारका एक्सप्रेसवे का किराया (How much Is The Fare For Dwarka Expressway?)
आमतौर पर एक्सप्रेस वे पर यात्रियों को 15 से 20 साल टोल वसूला जाता है लेकिन द्वारका एक्सप्रेसवे पर 25 साल तक टोल लगाने का समझौता किया गया है। यहां पर कर जीप और वन के लिए 105 रुपए और दोनों तरफ के लिए 155 रुपए किराया लिया जाता है। बस और ट्रक के लिए टोल टैक्स एक तरफ का ₹35 और दोनों तरफ का 535 रुपए है।
दिल्ली हरियाणा का ट्रैफिक होगा कम (Delhi Haryana Traffic Will Be Less)
इस एक्सप्रेसवे को बनाने की सबसे बड़ी वजह दिल्ली और हरियाणा के बीच लगातार बढ़ रहा है ट्रैफिक है। गुड़गांव और दिल्ली के बीच तमाम लोग रोजाना सफर करते हैं ऐसे में दोनों शहरों की दूरी तो कम होगी ही ट्रैफिक भी कंट्रोल होगा।
एक खंबे पर बनी है सड़क (The Road Is Built on a Pillar)
यह एक्सप्रेस से जमीन से नीचे या फिर जमीन के ऊपर से होकर गुजरता है यह टोल प्लाजा बाज घेरा के पास दिल्ली बॉर्डर पर बनाया गयाहै। इस 8 लेन सड़क को एक ही खंबे पर बनाया गयाहै जिसे भारतीय इंजीनियरिंग का चमत्कार कहा जा सकता है।
द्वारका एक्सप्रेस पर चार मंजिला सड़क (Four Storey Road on Dwarka Express)
द्वारका एक्सप्रेस से बहुत खास है। इस सड़क पर एक ऐसी जगह है जहां पर यह सड़क चार मंजिल की हो जाती है। यह नजारा आपको गुरुग्राम सेक्टर 82 के पास देखने को मिलेगा। 29 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे सर्विस लेन के नीचे एक अंडरपास उसके बाद एक फ्लाई ओवर और एक एक्सप्रेस वे दिखाई देता है। यही कारण है कि इस मल्टी यूटिलिटी कॉरिडोर नाम दिया गया है।