Jaunpur History Hindi: कभी गुप्त वंश के अधीन था जौनपुर, जानें इतिहास और प्रमुख पर्यटक स्थल

Jaunpur History Hindi: जौनपुर उत्तर प्रदेश का एक प्रसिद्ध शहर है। चलिए आज आपको इसके इतिहास और प्रमुख स्थलों के बारे में बताते हैं।;

Update:2024-03-12 10:16 IST

Jaunpur History And Tourist Place (Photos - Social Media)

Jaunpur History And Tourist Places: जौनपुर (Jaunpur) भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के जौनपुर ज़िले में स्थित एक नगर है। यह ज़िले का मुख्यालय भी है।पहले इस जिले पर गुप्त वंश का आधिपत्य था। जौनपुर रियासत की स्थापना 3 नवम्बर 1797 में हुई थी इस राज के पहले राजा थे राजा शिवलाल दत्त उन्होने इस गद्दी पर 39 वर्ष तक राज किया। चलिए आज इस शहर के बारे में सब कुछ जानते हैं।

जौनपुर का इतिहास

जौनपुर के इतिहास की कोई प्रामाणिक जानकारी नहीं है परंतु अनुश्रुतियो के अनुसार जौनपुर प्राचीन समय में देवनागरी नाम का पवित्र स्थान था जो अपने शिक्षा,कला और संस्कृति के कारण प्रसिद्ध था। सर्वप्रथम इस स्थान पर कन्नौज के शासक ने आक्रमण करके इसे अपने आधीन कर इसका नाम यवनपुर रखा तत्पश्चात् इसपर तुगलक शासक फिरोज शाह तुगलक ने इसकी स्थापना 13वीं सदी में अपने चचेरे भाई मुहम्मद बिन तुगलक की याद में की थी जिसका वास्तविक नाम जौना खां था। इसी कारण इस शहर का नाम जौनपुर रखा गया। 1394 के आसपास मलिक सरवर ने जौनपुर को शर्की साम्राज्य के रूप में स्थापित किया। शर्की शासक कला प्रेमी थे। उनके काल में यहां अनेक मकबरों, मस्जिदों और मदरसों का निर्माण किया गया। यह शहर मुस्लिम संस्कृति और शिक्षा के केन्द्र के रूप में भी जाना जाता है। यहां की अनेक खूबसूरत इमारतें अपने अतीत की कहानियां कहती प्रतीत होती हैं। वर्तमान में यह शहर चमेली के तेल, तम्बाकू की पत्तियों, इमरती और स्वीटमीट के लिए लिए प्रसिद्ध है।

Jaunpur History 


जौनपुर के पर्यटक स्थल

अटाला मस्जिद

अटाला मस्जिद का निर्माण 1393 ईस्वी में फिरोजशाह तुगलक के समय में शुरू हुआ था जो 1408 में जाकर इब्राहिम शर्की के शासनकाल में पूरा हुआ। मस्जिद के तीन तोरण द्वार हैं जिनमें सुंदर सजावट की गई है। बीच का तोरण द्वार सबसे ऊंचा है और इसकी लंबाई 23 मीटर है। इसकी बनावट देखकर कोई भी शर्की स्थापत्य की उच्चस्तरीय निर्माण कला का आसानी से अंदाजा लगा सकता है।

अटाला मस्जिद


जामा मस्जिद

जौनपुर की इस सबसे विशाल मस्जिद का निर्माण हुसैन शाह ने 1458 78 के बीच करवाया था। एक ऊंचे चबूतर पर बनी इस मस्जिद का आंगन 66 मीटर और 34.5 मीटर का है। प्रार्थना कक्ष के अंदरूनी हिस्से में एक ऊंचा और आकर्षक गुंबद बना हुआ है।।मस्जिद से लगा हुआ शरकी क़ब्रिस्तान भी आकर्षक का केंद्र है

जामा मस्जिद


शाही किला

शाही किला गोमती के बाएं किनारे पर शहर के दिल में स्थित है। शाही किला फिरोजशाह ने 1362 ई. में बनाया था इस किले के भीतरी गेट की ऊचाई 26.5 फुट और चौड़ाई 16 फुट है। केंद्रीय फाटक 36 फुट उचा है। इसके एक शीर्ष पर वहाँ एक विशाल गुंबद है। शाही किला में कुछ आदि मेहराब रहते हैं जो अपने प्राचीन वैभव की कहानी बयान करते है।

शाही किला


लाल दरवाजा मस्जिद

इस मस्जिद का निर्माण 1450 के आसपास हुआ था। लाल दरवाजा मस्जिद बनवाने का श्रेय सुल्तान महमूद शाह की रानी बीबी राजी को जाता है। इस मस्जिद का क्षेत्रफल अटाला मस्जिद से कम है। लाल पत्थर के दरवाजे से बने होने के कारण इसे लाल दरवाजा मस्जिद कहा जाता है। इस मस्जिद में जौनपुर का सबसे पुराना मदरसा भी है जिसके बारे में कहा जाता है कि यहां सासाराम के शासक शेर शाह सूरी ने शिक्षा ग्रहण की थी इस मदरसा का नाम जामिया हुसैनिया है जिसके प्रबंधक मौलाना तौफ़ीक़ क़ासमी है

लाल दरवाजा मस्जिद


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