Mirzapur Tourist Place: मिर्जापुर में इन जगहों पर घूमना न भूले, एतिहासिक किलों में अभी भी दफन है इतिहास
Mirzapur Mein Ghumne Ki Jagah: यूपी का मिर्जापुर अपनी प्राचीनता के साथ अन्य चीजों के लिए भी प्रसिद्ध है। जैसे कालीन बनाने, मिट्टी के बर्तनों, खिलौनों और पीतल के बर्तनों के लिए मिर्जापुर प्रसिद्ध है।
Mirzapur Mein Ghumne Ki Jagah: भारत के उत्तर प्रदेश में मिर्जापुर एक महत्वपूर्ण शहर है। मिर्जापुर वाराणसी से करीबन 61 किमी की दूरी पर है। मिर्जापुर जिला विंध्याचल में मां विंध्यवासिनी देवी मंदिर के लिए सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। मां के दरबार में पूरे साल भक्तों का तांता लगा रहता है। मिर्जापुर गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है इसलिए अधिकतर रास्तों से गुजरने पर आपको घाट मिलेंगे। इन घाटों में आप शाम के समय सुकून भरा आनंद उठा सकते हैं। गंगा उत्सव के दौरान मिर्जापुर के इन घाटों पर जगमग रोशनी वाकई में बहुत सुंदर लगती है। गंगा नदी में देखने पर ऐसा लगता है कि मानों रोशनी की सुनहरी चादर सी बिछी हो। उत्सव पर नदी में हजारों की संख्या में दीयों को प्रज्जलित किए जाते हैं।
यूपी का मिर्जापुर अपनी प्राचीनता के साथ अन्य चीजों के लिए भी प्रसिद्ध है। जैसे कालीन बनाने, मिट्टी के बर्तनों, खिलौनों और पीतल के बर्तनों के लिए मिर्जापुर प्रसिद्ध है। मिर्जापुर आने वाले पर्यटकों इन सामानों को लेकर जाते हैं। आइए आपको मिर्जापुर की सैर कराते हुए यहां घूमने की जगहों पर ले चलते हैं आपको।
अष्टभुज मंदिर
मिर्जापुर में कदम रखते ही आपको गंगा नदी के भव्य दर्शन होंगे। यहीं से मिर्जापुर में भ्रमण की शुरुआत होती है। मिर्जापुर में अष्ठभुज मंदिर सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। यहां पर सालभर श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। मां का ये मंदिर देवी पार्वती के अष्टभुज देवी रूप को समर्पित है। मां का मंदिर विंध्या श्रृंखलाओं पर है।
खास बात ये है कि मिर्जापुर का ये अष्ठभुज मंदिर धार्मिक और एतिहासिक दोनों मान्यों से महत्व रखता है। मां अष्टभुज देवी का ये अद्भुत मंदिर विंध्या श्रृंखला की पहाड़ियों के बीच में स्थित हैं। माता के मंदिर में भक्तों की भीड़ लगी रहती है।
व्यंधाम जलप्रपात
मिर्जापुर में आप मंदिरों के अलावा खूबसूरत प्राकृतिक नजारों का मजा ले सकते हैं। मिर्जापुर का व्यंधाम जलप्रपात प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। आस-पास के लोग मौसम बनने ही यहां पर घूमने का प्लान बना लीते हैं। बहुत ही खूबसूरत हैं मिर्जापुर का व्यंधाम जलप्रपात।
विंध्यवासिनी मंदिर
मां विंध्यवासिनी मंदिर मिर्जापुर में है। मां के इस मंदिर का बखान भी शास्त्रों में है। नवरात्रि के दौरान मां विंध्यवासिनी के मंदिर में भक्तों की लाखों भीड़ आती है। मिर्जापुर में मां विंध्यचल माता मंदिर सती के प्रसिद्ध शक्तिपीठों में से एक है। मां के इस प्राचीन में शादी कराइ भी जाती है और तय भी की जाती हैं। मंदिर से चंद कदमों की दूरी पर नीचे उठरने पर आपको गंगा नदी के दर्शन होंगे।
चुनार का किला
मिर्जापुर में स्थित चुनार के किले के बहुत चर्चे हैं। ये किला धार्मिक महत्व रखने के साथ ऐतिहासिक रूप से भी काफी महत्वपूर्ण है, फिर दूसरा पर्यटकों का इतिहास में रूचि रखने पर। शाम के समय इस किले से नदी का पानी बहने की आवाज सुनाई देती है। एक बार यहां आइए गा जरर।
कालीखोह मंदिर
मिर्जापुर के काली खोह मंदिर के दर्शन करने का प्लान बनाते हैं। यहां विंध्या की पहाड़ियों पर स्थित यह मंदिर मां काली को समर्पित मंदिर है। इस मंदिर हर रोज स्थानीय श्रद्धालुओं की अच्छा खासी भीड़ लगी रहती है। कुदरते के बेहद खूबसूरत नजारे देखने के लिए ये जगह बेस्ट है।