मां का सपूत बना राक्षस, खाना न मिलने पर घोंटा ममता का गला

Update: 2018-07-17 08:14 GMT

गोरखपुर : कहते हैं ‘जब गुस्सा काल बन जाए तब हाथों से पाप होते देर नहीं लगती।’ कुछ ऐसा ही दिल दहला देने वाला मामला सोमवार की देर रात यहां के कोतवाली क्षेत्र के पुर्दिलपुर मोहल्ले में देखने को मिला। जहां एक बेटे ने सिर्फ इसीलिए अपनी मां को मौत के घाट उतार दिया क्योंकि उससे बेटे को खाना परोसने में थोड़ी देर हो गई थी।

आरोपी बेटे सत्यप्रकाश ने मां को सिल-बट्टे से पीट-पीटकर मार डाला महिला के शोर मचाने पर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने हत्यारोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया। छोटे बेटे की तहरीर पर पुलिस केस दर्ज कर मामले की छानबीन शुरू कर दी है।

मृतक महिला व उसके स्वर्गीय पति वेद भगवान कुशवाहा के तीन बेटे बड़ा सत्य प्रकाश, मंझला जय प्रकाश और सबसे छोटा ज्ञान प्रकाश है। वर्ष 2006 में वेद भगवान की मौत होने पर उनकी पत्नी प्रभावती पर तीनों बेटों की जिम्मेदारी आ गई। बड़े बेटे सत्यप्रकाश की मानसिक हालत ठीक नहीं होने पर उसका इलाज चल रहा है। छोटा बेटा ज्ञान प्रकाश बीटेक करने के बाद पूना में नौकरी कर रहा है। घर पर मां के साथ सत्यप्रकाश और जयप्रकाश रहते थे।

कोतवाली पुलिस ने बताया कि दूसरे बेटे जय प्रकाश कुशवाहा की तहरीर पर बड़े बेटे सत्यप्रकाश के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस ने घटनास्थल से सिल-बट्टा बरामद कर लिया है।

 

 

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