UP में अभ्युदय योजना का शुभारंभ, बसंत पचंमी से शुरू होंगी फ्री क्लासेज
इस योजना में अबतक 5 लाख से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया, जो योजना की लोकप्रियता को स्वतः दर्शाता है। अभ्युदय योजना के माध्यम से प्रतियोगी युवाओं को आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, पीसीएस सहित मेडिकल, आईआईटी के विशेषज्ञों का मार्गदर्शन प्राप्त होगा।
श्रीधर अग्निहोत्री
लखनऊ: गरीब और निर्धन छात्रों के लिए यूपी में अभ्युदय योजना के तहत 16 फरवरी, को बसन्त पंचमी से प्रदेश में निशुल्क क्लासेज शुरू होंगी। जिन युवाओं का टेस्ट के माध्यम से चयन हुआ है, उन्हें मण्डल मुख्यालय में सीधे क्लास अटेण्ड करने का अवसर मिलेगा। शेष अभ्यर्थी वर्चुअल माध्यम से ऑनलाइन क्लास से जुड़ सकेंगे। योजना के तहत युवाओं को जिस भी फील्ड में जाना हो, उसकी शुरुआत अच्छे से कर सकेगें।
5 लाख से अधिक लोगों ने कराया पंजीकरण
इस योजना में अबतक 5 लाख से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया, जो योजना की लोकप्रियता को स्वतः दर्शाता है। अभ्युदय योजना के माध्यम से प्रतियोगी युवाओं को आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, पीसीएस सहित मेडिकल, आईआईटी के विशेषज्ञों का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। अभ्युदय योजना को सफल बनाने के उद्देश्य से बेहतर फैकल्टी की व्यवस्था की जा रही है।
युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग
ज्ञातव्य है कि युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए निःशुल्क कोचिंग प्रदान करने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा एक अभिनव पहल करते हुए यह योजना प्रारम्भ की गयी है। इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि अभ्युदय योजना प्रदेश के युवाओं के उत्कर्ष का मार्ग प्रशस्त करने की राज्य सरकार की एक अभिनव योजना है। यह योजना प्रदेश के युवाओं के लिए समर्पित है। अभ्युदय योजना राज्य के युवाओं के लिए मील का पत्थर साबित होगी। जब बड़ी-बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रदेश का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा, तो उसका लाभ भी प्रदेश को होगा।
ये भी देखें: मनोज तिवारी ने राहुल को बताया चीन का एजेंट, तिलमिला उठी कांग्रेस
सकारात्मक सोच ही व्यक्ति को बड़ा बना सकती है- मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन में यह बात सदैव याद रखनी चाहिए कि सकारात्मक सोच ही व्यक्ति को बड़ा बना सकती है। उन्होंने कहा कि आप सभी ने बेसिक शिक्षा के विद्यालयों में व्यापक परिवर्तन देखा होगा। इस परिवर्तन का आधार एक जिलाधिकारी की सोच का परिणाम है। आज प्रदेश के 90 हजार से अधिक विद्यालयों का कायाकल्प किया जा चुका है।
ये भी देखें: चमके गोरखपुर घाट: काशी की तर्ज पर होगी राप्ती आरती, CM योगी करेंगे लोकार्पण
उन्होंने कहा कि अभ्युदय योजना के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत बनाने की नींव और मजबूत होगी। अभ्युदय योजना को पहले चरण में 18 मण्डल मुख्यालयों में प्रारम्भ किया जा रहा है। आने वाले समय में इसका विस्तार जनपदों में भी किया जाएगा। इस योजना में साप्ताहिक, मासिक टेस्ट भी होंगे, जिसके आधार पर स्क्रीनिंग की जाएगी।
उत्तर प्रदेश में प्रतिभा की कमी नहीं है-मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में प्रतिभा की कमी नहीं है। आवश्यकता है एक योग्य मार्गदर्शक की। अभ्युदय योजना के माध्यम से इस कार्य को एक स्वरूप प्रदान किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में इन्फ्रास्ट्रक्चर की कोई कमी नहीं है। प्रदेश के सभी जनपदांे में विश्वविद्यालय, महाविद्यालय, इंजीनियरिंग काॅलेज या अन्य संस्थान हैं, जिनमें अभ्युदय की कोचिंग संचालित की जा सकेगी। योजना को तकनीक के साथ जोड़ना होगा। फिजिकली क्लास में 50 से 100 विद्यार्थी इसका लाभ ले सकेंगे, वहीं सरकार का लक्ष्य वर्चुअली माध्यम से एक करोड़ युवाओं को योजना से जोड़ने का है।
दोस्तों देश दुनिया की और को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।