इटावाः 37 साल का लम्बा इंतजार शनिवार को खत्म हो गया। चम्बल के बीहड़ों से निकलकर एमपी के भिंड से यूपी के इटावा आई ट्रेन में सैंकडों पैसेंजर ने यात्रा का मजा लिया। 37 साल पहले तत्कालीन सांसद कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया ने दस्यु प्रभावित इलाके में आम लोगों के सफर को आसान बनाने के लिए ट्रेन चलाने का प्रस्ताव रखा था।
इटावा के सांसद ने रखा था प्रस्ताव
-इटावा के उदी स्टेशन पहुंची ट्रेन के ड्राइवर को माला देकर भाजपा की प्रदेश उपाध्यक्ष सरिता भदौरिया ने स्वागत किया।
-इस रुट पर ट्रेन चलाने की बात सन 1977 में जनता पार्टी की सरकार ने लोकसभा में रखी थी।
-इटावा के सांसद कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया ने तत्कालीन रेलमंत्री मधु दंडवते के सामने ये प्रस्ताव दिया था।
सरकार बदलने से रुका काम
-कमांडर अर्जुन सिंह की मांग को सन 1985 में माधवराव सिंधिया ने पूरा करने की कोशिश की।
-लेकिन बदलती सरकार के कारण यह काम कई सालो तक रुका रहा।
-अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में यह काम शुरू हुआ।
-भिंड से इटावा की दूरी 35 किलोमीटर है।
सरिता भदौरिया ने क्या कहा
-चम्बल के बीहड़ इलाकों में लोगों को काफी कठिनाई का समाना करना पड़ता था।
-इस ट्रेन से व्यापार में बढ़ावा मिलेगा और पैसेंजर्स का समय भी बचेगा।