Agra News: भ्रष्टाचार का आरोपी OSD राकेश बंशल को हटाने के बाद आगरा की मेयर हेमलता दिवाकर पर उठने लगे गंभीर सवाल
Agra News: राकेश बंसल 2008 से अब तक चार नगर आयुक्त का सचिव रह चुका है। लेकिन 2009 और 2021 में दो बार उसे उसके पद से हटाया दिया गया था।
Agra News: आगरा की मेयर हेमलता दिवाकर के ओएसडी नियुक्ति का मामला गरमाता जा रहा है। हेमलता दिवाकर 238 करोड़ रुपए के भ्रष्टाचार के आरोपी को अपना ओएसडी नियुक्त करके फंस गई हैं। मामला तूल पकड़ते ही मेयर नें ओएसडी राकेश बंशल को हटा दिया। बता दें कि 19 जुलाई को ओएसडी की नियुक्ति को लेकर आदेश जारी हुआ था। इसके 10 दिन बाद ही पद से हटा दिया गया। नियुक्ति को लेकर मेयर के विरुद्ध पोस्टरबाजी शुरु हो गई थी। लेकिन अब तो विरोधियों को एक मुद्दा मिल गया है कि आखिर दागी को क्यों ओएसडी बनाया गया। विपक्ष के इस सवाल से हेमलता घिरती नजर आ रही हैं।
गौरतलब है कि राकेश बंसल 2008 से अब तक चार नगर आयुक्त का सचिव रह चुका है। लेकिन 2009 और 2021 में दो बार उसे उसके पद से हटाया दिया गया था है। उसके उपर भ्रष्टाचार का आरोप लगने के बाद तत्कालीन नगर आयुक्त टीकाराम फुंदे ने राकेश बंसल का सेवा समाप्त कर दिया था। इसके बाद करीब डेढ़ साल तक राकेश बंसल नगर निगम से दूर रहा। अब भाजपा की नव निर्वाचित मेयर हेमलता दिवाकर ने 19 जुलाई को राकेश बंसल को अपना ओएसडी नियुक्ति कर लिया था। नियुक्ति पत्र जारी होने के बाद सवाल उठने लगा। सदन में भी विपक्षियों नें इस फैसले का जमकर विरोध किया था। विपक्षियों नें इस मुद्दे को लेकर सदन का बहिष्कार भी किया था।
पोस्टरबाजी को राजनैतिक षडयंत्र बताया
शनिवार सुबह शहर के इलाकों में महापौर और राकेश बंसल के साथ पोस्टर लगे थे। पोस्टर पर लिखा था कि 10 साल से नगर निगम में भ्रष्टाचार करने वाले राकेश बंशल की नियुक्ति नहीं होने देंगे। 2017 में ता भ्रष्टाचार अब मेयर बनते ही बन या सदाचारी, अपना ही लिखा भूल गईं। जैसे गई स्लोगन लिखे थे। इन पोस्टरों पर पूछे जाने पर हेमलता दिवाकर ने कहा कि उनके खिलाफ राजनीतिक शड्यंत्र हो रहा है। इस संबंध में आरोपियों पर विधिक कार्रवाई की जाएगी।
अभी तक निरस्तीकरण पत्र नहीं हुआ जारी
मीडिया के माध्यम से मिली जानकारी के अनुसार राकेश बंशल को हटाने का एलान मौखिक किया गया है। लेकिन उनको हटाने की कोई पत्र जारी नहीं हुई है।