Akhilesh Yadav को नहीं मिला न्याय यात्रा का निमंत्रण, कांग्रेस ने दी सफ़ाई, समझिए पूरा मामला

Nyay Yatra in UP: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि उन्हें न्याय यात्रा में शामिल होने का न्योता नहीं मिला है। तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि, “कई बड़े कार्यक्रम होते हैं, लेकिन हमें निमंत्रण नहीं मिलता”।

Update: 2024-02-05 09:31 GMT

अखिलेश यादव और राहुल गांधी (सोशल मीडिया)

Nyay Yatra in UP: INDIA गठबंधन के सहयोगी दलों के बीच तकरार कम नहीं हो रही है। इस बार उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कांग्रेस की न्याय यात्रा का निमंत्रण नहीं मिलनें पर सवाल उठाया है। इससे पहले भी राहुल गांधी की न्याय यात्रा को लेकर तकरार हो चुकी है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नें भी निमंत्रण नहीं दिए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। साथ ही उन्होंने INDIA गठबंधन से अलग होकर बंगाल में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।

Akhilesh Yadav को नहीं मिला निमंत्रण

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि उन्हें न्याय यात्रा में शामिल होने का न्योता नहीं मिला है। तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि, “कई बड़े कार्यक्रम होते हैं, लेकिन हमें निमंत्रण नहीं मिलता”।

राहुल गांधी की न्याय यात्रा 14 फरवरी को उत्तर प्रदेश पहुंचेगी। जिसको लेकर अब राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो रही हैं। उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव INDIA गठबंधन की मजबूत कड़ी हैं। साथ ही कांग्रेस और सपा के बीच सीटों का समझौता भी हो चुका है। इस समझौते में कांग्रेस के हिस्से 11 सीटें आई हैं। सीटों पर फैसला आने के तुरंत बाद ही सपा ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची भी जारी कर दी है। अब अखिलेश यादव को न्याय यात्रा का निमंत्रण नहीं मिलने से गठबंधन में अनबन हो सकती है। जिससे कांग्रेस को बड़ा नुकसान हो सकता है। इससे पहले बंगाल और बिहार जैसे महत्वपूर्ण राज्यों में गठबंधन टूट चुका है।

कांग्रेस पार्टी ने किया डैमेज कंट्रोल

अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया के बाद कांग्रेस पार्टी की तरफ से भी सफाई दी गई है। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इस मामले पर सफाई दी है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि, “अखिलेश यादव की भागीदारी से उत्तर प्रदेश में INDIA गठबंधन मजबूत होगा”। निमंत्रण नहीं दिए जाने के संदर्भ में कांग्रेस महासचिव ने लिखा कि, “उत्तर प्रदेश में न्याय यात्रा का विस्तृत मार्ग और कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है। एक या दो दिन के भीतर इसे अंतिम रूप दिया जाएगा”। इस पोस्ट के जरिए कहीं न कहीं कांग्रेस की तरफ से डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की गई है। INDIA गठबंधन उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव से अलग नहीं होना चाहेगा। हालांकि, सीटों के बटवारे को लेकर कांग्रेस पार्टी सहमत नहीं है। महज 11 लोकसभा सीटों से कांग्रेस पार्टी संतुष्ट नहीं है। मगर इस मामले को लेकर दोनों पार्टियों के बीच अभी कोई आधिकारिक बात नहीं हुई है।

INDIA गठबंधन के सहयोगी दलों की आलोचना

INDIA गठबंधन सहयोगी दलों से सामंजस्य स्थापित नहीं कर पा रहा है। बिहार और बंगाल में इसकी झलक भी देखने को मिली। बंगाल में ममता बनर्जी ने अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। तो वहीं बिहार में नीतीश कुमार एनडीए के साथ सरकार बना चुके हैं। साथ ही पंजाब में आम आदमी पार्टी ने भी अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है। कहा जा सकता है कि इंडिया गठबंधन अपने सहयोगी दलों के साथ कनेक्ट नहीं कर पा रही है। अगर ऐसा ही रहा तो और भी कई राज्यों में गठबंधन टूट सकता है। 

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