Aligarh News: बूंद-बूंद पानी के लिए त्राहिमाम, इस इलाके के लोगों ने निकाली डुगडुगी यात्रा
Aligarh News: लोगों को पीने के पानी की एक-एक बूंद जुटाने में मुश्किल हो रही है। कहीं लो वोल्टेज की समस्या से पानी की आपूर्ति नहीं हो रही तो कहीं-कहीं पर मोटर खराब पड़ी हैं।
Aligarh News: भीषण गर्मी में शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में पानी का संकट गहरा गया है। लोगों को पीने के पानी की एक-एक बूंद जुटाने में मुश्किल हो रही है। कहीं लो वोल्टेज की समस्या से पानी की आपूर्ति नहीं हो रही तो कहीं-कहीं पर मोटर खराब पड़ी हैं। लोगों की शिकायत के बाद भी अधिकारियों के कानों में जूं नहीं रेंग रही है। तभी स्थानीय लोगों को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है।
20 दिन से पानी की समस्या बरकरार
जनपद की तहसील कॉल इलाके के सराय रेहमान और खिल्लू वाली गली सहित मोहल्लों में जून के भीषण गर्मी के बीच पिछले करीब 20 दिन से पानी की एक-एक बूंद के लिए लोग तरस रहे हैं। रविवार सुबह आक्रोशित लोगों द्वारा नगर निगम के खिलाफ बिगुल फूंकते हुए कांग्रेस नेता इंजीनियर आगा युनुस की अगुवाई में डुगडुगी यात्रा निकाली गई। महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष जरीना के नेतृत्व में लोगों ने डुगडुगी बजाते हुए नगर निगम के सामने अपना दुखड़ा बताया और जल्द पानी उपलब्ध कराने की मांग की।
पीएम अमृत योजना के पाइपों से आजतक नहीं मिला एक बूंदपानी
उधर, जल संस्थान पेयजल संकट के लिए जलकल और नगर निगम सहित विद्युत विभाग को दोषी मान रहा है। जबकि कई मोहल्लों में प्रधानमंत्री अमृत योजना के तहत पाइप लाइन डालने के बाद भी उन पाइप में पानी की एक बूंद आज तक नहीं पहुंच सकी है। लेकिन इन सब आरोप-प्रत्यारोपों के बीच सराय रहमान सहित अन्य मोहल्ले में करीब कई हजार की आबादी पेयजल संकट से जूझ रही है। लोग पानी की एक-एक बूंद के लिए पिछले करीब दो सप्ताह से हाथों में खाली डब्बे, बाल्टियां लेकर भटक रहे हैं। शहर की नई बस्ती, सराय रेहमान, खिल्लू वाली गली मोहल्ले में प्रधानमंत्री अमृत योजना की पाइपलाइन तो वर्षों से बिछी हुई है। लेकिन इनमें से पानी नहीं निकलता है। सर्दियों में तो लोगों का किसी तरह से गुजरा चल जाता है, लेकिन गर्मियों जब कुछ जगहों पर लगे हैंडपंप पानी छोड़ देते हैं। तो लोगों को पानी के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ती है।
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पानी के टैंकर के भरोसे चल रहा काम
इन इलाकों में अगर जल संस्थान की मेहरबानी से टैंकर आ भी जाएं तो भी लोगों को लंबा सफर कर टैंकर तक पहुंचाना होता है। छोटे बच्चे साइकिल व हाथ ठेलों पर पानी घर तक पहुंचाने का कार्य करते हैं। स्मार्ट सिटी में कई हजार करोड़ खर्च करने के बाद भी कई मोहल्ले पानी की एक बूंद के लिए सूखे हैं। इसी के चलते पिछले विधानसभा चुनाव में कई जगहों पर मजदूर तबके के लोगों ने पानी की समस्या को देखते हुए बहिष्कार की धमकी दी थी। लेकिन तब तत्कालीन प्रशासन ने आक्रोशित लोगों को उनकी समस्या का समाधान कराने का आश्वासन देकर मतदान तो करा लिया। लेकिन बाद में जनता को मूर्ख बना कर पानी से निजात दिलाने के लिए स्मार्ट सिटी में अधिकारियों की योजना बनती ही रह गई। यही कारण ह कि आज भी भोली-भाली जनता पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। लोगों की इस समस्या को देखते हुए कांग्रेस नेता आगा यूनुस ने कहा है कि 24 घंटे में अगर इन इलाकों के लोगों को निर्बाध पानी की आपूर्ति नहीं की गई, तो अलीगढ़ नगर निगम को लोकतांत्रित ताकत का अहसास करा दिया जाएगा।