'जिंदा हो उठा' मुर्दा, चल रही थी दफनाने की तैयारी, जानिए क्या है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 10 दिन पहले घायल एक व्यक्ति का अस्पताल में इलाज चल रहा था। सोमवार को डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घर पर जनाजे की तैयारियां होने लगीं, लेकिन दफनाए जाने से ठीक पहले वह जिंदा हो उठा।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 10 दिन पहले घायल एक व्यक्ति का अस्पताल में इलाज चल रहा था। सोमवार को डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घर पर जनाजे की तैयारियां होने लगीं, लेकिन दफनाए जाने से ठीक पहले वह जिंदा हो उठा। उसकी कब्र खोद ली गई थी और जब उसे दफनाया जाने वाला था तभी परिवार के कुछ सदस्यों ने उसके शरीर में हरकत देखी। रोना-धोना बंद हो गया और हैरान परिजन उसे अस्पताल ले गए जहां उसे वेंटीलेटर पर रखा गया है।
सड़क हादसे में घायल हुए इंदिरानगर निवासी फुरकान का निरालानगर के इंडिया हॉस्पिटल ऐंड ट्रॉमा सेंटर में इलाज चल रहा था। परिवारीजनों का आरोप है कि थोड़ी देर में भाई उसे ऐम्बुलेंस से लेकर घर पहुंचा। रिश्तेदार स्ट्रेचर उतारने लगे तो पता चला कि वह जिंदा है। उसे तुरंत लोहिया अस्पताल ले गए, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे दूसरे अस्पताल रेफर कर दिया गया।
यह भी पढ़ें...कोलेस्ट्रॉल कम करना है तो खाएं ये 5 फल, नहीं आयेगा हार्ट अटैक
अस्पताल में भर्ती कराया गया था
20 वर्षीय फुरकान को सड़क दुर्घटना में घायल होने के बाद 21 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सोमवार को उसे मृत घोषित कर दिया और उसके शव को एंबुलेंस से उसके घर पहुंचा दिया गया। फुरकान के बड़े भाई मोहम्मद इरफान का कहना, "फुरकान की मौत से बेहद दुखी हम लोग उसे दफनाने की तैयारी कर रहे थे, तभी किसी ने उसके शरीर में हरकत देखी। हम फौरन फुरकान को राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले गए जहां डॉक्टरों ने कहा कि वह जिंदा है और उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर रख दिया।"
यह भी पढ़ें...कोलेस्ट्रॉल कम करना है तो खाएं ये 5 फल, नहीं आयेगा हार्ट अटैक
इरफान ने कहा, "इससे पहले हम निजी अस्पताल को 7 लाख रुपये का भुगतान कर चुके थे और जब हमने उन्हें बताया कि अब हमारे पास पैसे नहीं है तो उन्होंने सोमवार को फुरकान को मृत घोषित कर दिया।"
यह भी पढ़ें...जमीनी विवाद में बीडीसी की हत्या, छावनी में तब्दील हुआ जिला अस्पताल
''मामले की होगी जांच''
लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) नरेंद्र अग्रवाल ने कहा, "हमने मामले का संज्ञान लिया है और इसकी पूरी जांच की जाएगी। फुरकान का इलाज कर रहे डॉक्टर ने कहा, "मरीज की हालत गंभीर है, लेकिन वह निश्चित रूप से ब्रेन डेड नहीं है। उसकी नाड़ी, ब्लड प्रेशर और दिमाग काम कर रहा है। उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है।"