UP में अपराधियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई, मुख्तार के करीबी का शस्त्र लाइसेंस सस्पेंड

मऊ सदर से बीएसपी के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के करीबियों पर योगी सरकार का फंदा लगातार कस रहा है। पिछले दो महीनों से चल रहे अभियान के तहत अब सरकार ने वाराणसी में मुख्तार का दाहिना हाथ माने जाने वाले मेराज के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है।

Update: 2020-09-09 13:32 GMT
मुख्तार के 'लेफ्टिनेंट' मेराज अहमद के बुरे दिन शुरू, डीएम ने सस्पेंड किया शस्त्र लाइसेंस (file photo)

वाराणसी: मऊ सदर से बीएसपी के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के करीबियों पर योगी सरकार का फंदा लगातार कस रहा है। पिछले दो महीनों से चल रहे अभियान के तहत अब सरकार ने वाराणसी में मुख्तार का दाहिना हाथ माने जाने वाले मेराज के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। वाराणसी जिला प्रशासन ने मेराज अहमद का शस्त्र लाइसेंस निलंबित कर दिया है। साथ ही उनके खिलाफ केस भी दर्ज कराया गया है।

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मुख्तार गैंग का हार्डकोर मेंबर है मेराज अहमद

मेराज अहमद की गिनती मुख्तार गैंग के हार्डकोर मेंबर तौर पर होती है। वाराणसी में जमीन के धंधे और रेलवे के ठेकों का काम मेराज अहमद ही देखता है। गाजीपुर के करीमुद्दीनपुर के रहने वाले मेराज अशोक बिहार कॉलोनी में रहता है। आरोप है कि अपने विरूद्ध दर्ज मुकदमों को छिपाकर, कूटरचित तथ्यों के आधार पर उसने शस्त्र लाइसेंस लिया था। पुलिसिया जांच में आरोप सही पाए जाने पर जिलाधिकारी ने मेराज अहमद के शस्त्र लाइसेंस को सस्पेंड कर दिया। इसके साथ ही मेराज के खिलाफ जैतपुरा थाना में आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 468, 470 और 471 के तहत मुकदमा दर्ज कराया है।

mukhtar-ansari (file photo)

मलदहिया कांड के बाद सुर्खियों में आया था मेराज

मेराज अहमद मुख्तार गैंग के लिए दो दशक से भी अधिक समय से काम करता आ रहा है। वाराणसी में मेराज साल 2002 में चर्चा में आया जब मलदहिया पर चार लोगों की सनसनीखेज़ हत्या कर दी गई थी। हालांकि बाद में मेराज ने राजनीतिक चोला ओढ़कर सियासी दबदबा बढ़ाने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि मेराज ही मछली माफिया सलीम को फाइनेंस करता था। पुलिस अब मेराज की कुंडली खंगाल रही है। मेराज की मदद करने वाले रसूखदार लोगों को चिन्हित किया जा रहा है। मेराज के खिलाफ वाराणसी के अलावा रायबरेली के विभिन्न थानों में लगभग एक दर्जन अभियोग पंजीकृत है।

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कुर्की की तैयारी में जिला प्रशासन

सूत्रों के मुताबिक मेराज अहमद अगर जल्द पुलिस प्रशासन के आगे सरेंडर नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ कुर्की की कार्रवाई की जा सकती है। पिछले दिनों स्थानीय पुलिस ने उनके आवास पर छापा भी मारा था लेकिन कामयाबी हाथ नहीं लगी। कुर्की की कार्रवाई के लिए पुलिस ने नोटिस चस्पा कर दिया है। दरअसल उत्तर प्रदेश में मुख्तार गैंग के खिलाफ योगी सरकार ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है। मऊ से लेकर लखनऊ तक गैंग के गुर्गों के खिलाफ केस दर्ज किए जा रहे हैं तो अवैध संपत्तियों को हथौड़ा चल रहा है।

आशुतोष सिंह

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