किसान को ठगाः फर्जी फौजी ने हड़प लिए इतने रुपए, जानें पूरा मामला
परेशान किसान शनिवार शाम दिबियापुर थाने पहुंचा जहां उसने पुलिस को पूरी बात बताई व कागज दिखाए। बात सुनने के बाद पुलिस ने उसे साइबर सेल में जाने की सलाह दी।
औरैया लोगों को ठगी का शिकार बनाए जाने के लिए लोग तरह-तरह की प्रयास करने में लगे हुए हैं। ऐसा ही एक मामला जनपद औरैया के दिबियापुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत देखने को मिला। जिसमें एक व्यक्ति ने अपने आप को फौजी बताकर दूसरे व्यक्ति से रुपयों की ठगी कर ली।
36 हजार रूपए ऐंठ लिए
दिबियापुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत पुर्वा सकटू गांव के किसान को ग्वालियर से एक व्यक्ति ने फौजी बनकर फोन कर उसे नीलामी का ट्रैक्टर दिलाने के नाम पर 36 हजार रूपए ऐंठ लिए। यही नहीं फर्जी व्यक्ति ने फौजी की वर्दी में उसे अपनी फोटो, आधार कार्ड, पैन कार्ड, कैंटीन कार्ड तक भेज दिए। जिससे किसान उसके झांसे में आ गया और उसने उसकी बातों में आकर अपनी कमाई गमा दी। परेशान किसान शनिवार शाम दिबियापुर थाने पहुंचा जहां उसने पुलिस को पूरी बात बताई व कागज दिखाए। बात सुनने के बाद पुलिस ने उसे साइबर सेल में जाने की सलाह दी।
यह पढ़ें....जौनपुरः सपा के पूर्व विधायक का आरोप, सरकार की गलत नीतियों से बढ़ी मंहगाई
आठ हजार जमा
पुलिस अधीक्षक को दिए शिकायती पत्र में नीलेंद्र कुमार पुत्र रामचंद्र निवासी पुरवा सकतू थाना दिबियापुर ने बताया कि 25 फरवरी 2021 को समय करीब 10:30 बजे उसके मोबाइल पर एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा काल की गई। उस व्यक्ति ने अपना नाम वीरेंद्र सिंह फौजी बताया। उसने बताया कि मेरा एक स्वराज ट्रैक्टर जो ग्वालियर स्थित फौजी कैंप में लगा हुआ है और वह नीलाम हो रहा है। इस बीच उसने उसे विश्वास दिलाने के लिए अपना आधार कार्ड जिसमें उसका नाम वीरेंद्र सिंह पुत्र रामाश्रय निवासी गदनपुर तुर्रा जनपद फर्रुखाबाद लिखा हुआ है। यही नहीं उसने कैंटीन कार्ड व फ़ौजी की वर्दी में अपना फोटो भी भेजा है। जिसकी नेम प्लेट पर वीरेद्र सिंह लिखा हुआ है। उसने बताया उसने जमानत धनराशि के रूप में आठ हजार बैंक खाता धारक अभिषेक के खाते में जमा करने को कहा। जिस पर उसने आठ हजार जमा कर दिए।
यह पढ़ें....इटावा: बेसिक शिक्षक क्रिकेट टूर्नामेंट, चैंपियन ट्रॉफी इस टीम के नाम
जीपीएस काम नहीं कर रहा
बताया कि दूसरे दिन फोन आया कि जो ट्रैक्टर लेकर आ रहा है उसका जीपीएस काम नहीं कर रहा है आप 28 हजार रूपए डालो तब गाड़ी आपके घर तक पहुंच जाएगी। जिस पर उसने 28 हजार रूपए और खाते में डाल दिए। इसके बाद जब उक्त व्यक्ति ने 40 हजार और डालने को कहा तो वह घबरा गया और संबंधित बैंक से संपर्क किया तो बताया गया कि आप इस संबंध में पुलिस में शिकायत करें।
परेशान किसान शनिवार को थाने पहुंचा जहां उसने प्रभारी निरीक्षक को घटना की जानकारी दी। प्रभारी निरीक्षक ने उसे साईबर सेल में जाने को कहा। बाद में वह अधीक्षक के पास पहुंचा और शिकायत की। उक्त ठग अभी भी बराबर किसान को फोन कर रहा है और उसके संपर्क में है।
रिपोर्ट प्रवेश चतुर्वेदी