औरैया: पुष्पांजलि अर्पित कर चौरी-चौरा शताब्दी के शहीदों को किया नमन, मौजूद रहे ये

पुष्पांजलि कार्यक्रम में सदर तहसीलदार राजकुमार चौधरी व नायव तहसीलदार पवन कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। समिति के संस्थापक आनन्द नाथ गुप्ता एडवोकेट ने बताया कि आज देश आजादी की 75 वीं वर्षगांठ धूमधाम से मना रहा है

Update: 2021-02-07 09:08 GMT
औरैया: पुष्पांजलि अर्पित कर चौरी-चौरा शताब्दी के शहीदों को किया नमन, मौजूद रहे ये (PC: social media)

औरैया: रविवार को प्रातः10 बजे देवकली स्थित शहीद स्मारक पर स्वयंसेवी समिति के सदस्यों द्वारा चौरी-चौरा कांड में शहीद हुए देश के सपूतों की चिर स्मृति में दो मिनट श्रद्धा पूर्वक नमन करते हुए हृदय से श्रद्धांजलि के साथ पुष्पांजलि अर्पित कर भारत माता की जय व वंदे मातरम के नारों का जोर-जोर से जयघोष हुआ।

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गोरखपुर जिले की ग्राम चौरी-चौरा में कांड हुआ था

पुष्पांजलि कार्यक्रम में सदर तहसीलदार राजकुमार चौधरी व नायव तहसीलदार पवन कुमार विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। समिति के संस्थापक आनन्द नाथ गुप्ता एडवोकेट ने बताया कि आज देश आजादी की 75 वीं वर्षगांठ धूमधाम से मना रहा है जबकि विगत 4 फरवरी 1922 को ब्रिटिश भारत में संयुक्त राज्य के गोरखपुर जिले की ग्राम चौरी-चौरा में कांड हुआ था। चौरी-चौरा ऐतिहासिक घटना की स्मृतियों को संजोने के लिए समूचे देश में शताब्दी समारोह भी हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है।

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यह आंदोलन बहुत व्यापक था

उन्होंने बताया कि यह आंदोलन बहुत व्यापक था। चौरी-चौरा दो अलग बस्तियां है, विगत वर्ष 2011 की जनगणना के मुताबिक चौरी में 9028 और चौरा में 4182 की आबादी थी, सन 1922 में गोरखपुर क्षेत्र की यह बड़ी घटना थी, जिसमें 23 पुलिस कर्मी शहीद हुए थे तथा 19 लोगों को फांसी हुई थी। चौरी-चौरा जैसे छोटे से कस्बे की एक बड़ी घटना को आज 99 वर्ष बाद केंद्र व राज्य सरकार ने एक बहुत बड़ा आयोजन बना दिया। चौरी-चौरा के शहीदों को भले इतिहास में प्रमुखता से जगह नहीं दी गई हो लेकिन इस माटी में मिला उनका खून हमें हमेशा प्रेरणा देता रहेगा। युवा पीढ़ी आज यह जानने के लिए किताबें, गूगल व जानकारियों के अन्य प्रयास तलाशने में जुटी रही कि आखिर यह क्या चौरी-चौरा कौन सा बहुचर्चित कांड है ?

विशिष्ट अतिथि सदर तहसीलदार राजकुमार चौधरी ने कहा

पुष्पांजलि कार्यक्रम के उपरांत विशिष्ट अतिथि सदर तहसीलदार राजकुमार चौधरी ने कहा कि सुप्रसिद्ध देवस्थान देवकली मंदिर को भव्य पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। आगे आने वाले समय में यह देवस्थान बहुचर्चित पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाएगा। जिसमें शहर के लोगों के लिए स्वस्थ मनोरंजन व पिकनिक स्पॉट का अतुल्य केंद्र बिंदु होगा। जिसकी कार्य योजना विस्तृत रुप से तैयार की जा रही है। उन्होंने समिति द्वारा संचालित जनहित के कार्यों की सराहना करते हुए यथासंभव सहयोग का आश्वासन दिया।

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पुष्पांजलि कार्यक्रम के उपरांत वंदे मातरम के साथ भारत माता का जयकारा लगाते हुए समिति के संस्थापक ने कहा कि .. शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन पर मरने वालों का यही बाकी निशां होगा। श्रद्धांजलि सभा में प्रमुख रूप से भीमसेन सक्सेना, सभासद पंकज मिश्रा, ज्ञान सक्सेना, सभासद छैया त्रिपाठी, मनीष पुरवार (हीरू), सभासद राजवीर यादव, व्यापारी नेता नीरज पोरवाल, कन्हैयालाल तिवारी, नेता मयंक गुप्ता, विनय कुमार पोरवाल, संजय अग्रवाल, आनन्द गुप्ता (डाबर), रानू पोरवाल, आदित्य केसर आदि सदस्य मौजूद रहे।

रिपोर्ट- प्रवेश चतुर्वेदी

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