Jaipuria Institute of Management: धूमधाम से मनाया गया 26वां स्थापना दिवस, डॉ. कविता ने कहा- 'प्रबंधन सीखने की कमी को पूरा किया'

बुधवार को राजधानी के जयपुरिया प्रबंधन संस्थान ने अपना 26वां स्थापना दिवस पूरे जोश से मनाया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि..

Report :  Shashwat Mishra
Published By :  Deepak Raj
Update:2021-09-08 21:55 IST
स्थापना दिवस के अवसर पर उपस्थित अतिथिगण

Lucknow News: बुधवार को राजधानी के जयपुरिया प्रबंधन संस्थान (Jaipuria Institute of Management, Lucknow) ने अपना 26वां स्थापना दिवस पूरे जोश से मनाया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर 'प्रसिद्ध लेखक और प्रबंधन गुरु पूर्व सीईओ प्रॉक्टर एंड गैंबल इंडिया' गुरुचरण दास और गेस्ट ऑफ ऑनर कुमार केशव (प्रबंध निदेशक, उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड) थे।


स्थापना दिवस के दौरान उपस्थित अतिथि

इस मौके पर संस्थान ने अपने पूर्व छात्रों, छात्रों की माताओं और कोविड योद्धाओं को कोविड के बोझिल समय के दौरान अत्यधिक साहस दिखाने के लिए सम्मानित किया। संस्थान ने प्रशिक्षण विकास कार्यक्रमों में सेवाओं को उपलब्ध कराने के लिए प्लेसमेंट के अवसर देने वाले संगठनों व अपने मूल्यवान नियोक्ताओं को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम का आरंभ करते हुए डॉ. कविता पाठक (निदेशक, जयपुरिया लखनऊ) और सम्मानित अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित किया गया, जिसके बाद डॉ. पाठक ने अतिथियों को ग्रीन सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया।

डॉ. कविता पाठक ने अपने विचारों को साझा करते हुए कहा कि 'संस्थान ने प्रबंधन सीखने की कमी को पूरा किया है और सभी महत्वपूर्ण क्षेत्रों में विकसित हुआ है। वह इस दिन को एक महत्वपूर्ण अवसर के रूप में मानते हुए सभी योगदानकर्ताओं और हितधारकों को उनकी अमुल्य सहायता के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही संस्थान द्वारा शुरू किए गए विभिन्न विलक्षण कार्यक्रमों जैसे प्रबंधन विकास कार्यक्रम, संकाय इंटर्नशिप कार्यक्रम, संकाय परामर्श कार्यक्रम, संकाय विकास कार्यक्रम पर गर्व करते हुए, उन्होंने समारोह में शामिल होने के लिए दर्शकों को धन्यवाद दिया।'

गुरुचरण दास (प्रसिद्ध लेखक और प्रबंधन गुरु पूर्व सीईओ प्रॉक्टर एंड गैंबल इंडिया) ने अपने विचारों को व्यक्त करते हुए कहा कि 'प्रबंधन गुरु वह होता है, जो समझने में अच्छा होता है। मानवता की विशेषता है काम करने और क्रेडिट से ग्रस्त नहीं होना। डॉ दास ने दर्शकों के साथ अपनी प्रेरक कहानियां साझा की, जिन्होंने दर्शकों को विस्मित कर दिया। उनके विचार जैसे 'पैसा कमाना पैसा देना है', 'जीवन बनाना और सिर्फ जीविका नहीं बनाना' ने दर्शकों की सोच को उत्तेजित करा।

भौतिक मूल्य होना बहुत महत्वपूर्ण है

गेस्ट ऑफ ऑनर कुमार केशव (प्रबंध निदेशक, उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड) ने कहा कि 'शैक्षणिक संस्थान हमें अपनी पसंद के क्षेत्र की योजना बनाने और अंततः संस्थान के योगदान के कारण भविष्य के नेता बनने में सक्षम बनाते हैं। भौतिक मूल्य होना बहुत महत्वपूर्ण है। जीवन को पूरी ईमानदारी के साथ जीना और खुश रहना, आंतरिक धैर्य रखना ही मूलमंत्र है। एलकेओ मेट्रो ने शहर को रहने लायक और काम करने लायक बना दिया। उन्होंने उन दो नई परियोजनाओं के बारे में भी बात की जो लागू होने जा रही हैं। बड़ी बुनियादी ढांचे वाली परियोजनाओं का प्रबंधन खुद में एक चुनौती है, इसी विचार के साथ उन्होने सभा का धन्यवाद किया।'

भारी मन से संस्थान ने अपने उन 6 पूर्व छात्रों को याद किया

भारी मन से संस्थान ने अपने उन 6 पूर्व छात्रों को याद किया, जिन्हें उसने पिछले साल कोविड के कारण खो दिया था। इसमें निहारिका गुप्ता (पीजीडीएम बैच 2014-16), पंकज शर्मा (पीजीडीबीए बैच 2004-06), विवेक अग्रवाल, नितेश श्रीवास्तव, शीतल शर्मा, अमित अग्रवाल के नाम सम्मिलित हैं। संस्थान के 2020-2022 बैच के मेधावी छात्रों को उनकी उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए 5000 रूपये के नकद पुरस्कार के साथ सम्मानित कराया। इसमें आंशी मित्तल, अक्षय गट्टानी, श्रेया सोनी, रोहन अरोड़ा, अवनीत कौर खुराना, आयुषी अग्रवाल, शुभ्रा गोयल, समर्थ अग्रवाल, यशस्वी श्रीवास्तव, व्योम अग्रवाल, आनंद दीक्षित, मनस्वी श्रीवास्तव, गौरव पांडे , मुस्कान मिड्ढा और हिमांशु धवन के नाम शामिल हैं।

संस्थान ने सुरक्षा गार्डों और हाउस कीपिंग स्टाफ प्रभात अस्थाना, दीप प्रकाश, मीरा, साधना, रिंकू को भी उनकी समर्पित सेवाओं के लिए मान्यता दी और पुरस्कृत किया। संस्थान ने डॉ. रीना अग्रवाल को सम्मानित किया, जिन्होंने महामारी के दौरान पूर्व छात्रों और वर्तमान छात्रों की टीम को लामबंद करके महामारी के दौरान जरूरतमंद लोगों के लिए एक सहायता प्रणाली बनाते हुए अनुकरणीय योगदान दिया।

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