Kalyan Singh: कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर को एकटक देखते रहे पीएम मोदी, मन में थे कई सवाल
Kalyan Singh: पूरा प्रशासन व समस्त पुलिस अमला व एसपीजी की टीम आ रहे वीवीआइपी की सुरक्षा में लगी हुई थी।
Lucknow News: उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम,राजस्थान के राज्यपाल व श्री राम मंदिर के आंदोलन के महान योद्धा कल्याण सिंह के लखनऊ स्थित आवास पर आज हर आंख नम थी। पूरा प्रशासन व समस्त पुलिस अमला व एसपीजी की टीम आ रहे वीवीआइपी की सुरक्षा में लगी हुई थी। तभी एक सफेद कार आकर पूर्व सीएम कल्याण सिंह के आवास के भीतर प्रविष्ट होती है। उस समय आवास के भीतर हर शख्स एलर्ट मोड़ पर आ गया था,तभी सूबे की सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ पीएम नरेंद्र मोदी उस लग्जरी कार से उतरते हैं और फिर मंद मंद गति से आगे बढ़ने लगते हैं।
आज पीएम मोदी की चाल में वो तेजी नही थी,आज उनके चेहरे की वो आभा भी गायब थी, जिसके लिये वो पहचाने जाते हैं। आज पीएम मोदी के चेहरे पर चिन्ता के भाव परिलक्षित हो रहे थे,उनका चेहरा भी बेहद गमगीन दिख रहा था और उनके कदम भी आगे की आगे बढ़ने के लिये जैसे उन्हें रोक रहे हों।वे बहुत ही भावुक पल थे, जब पीएम मोदी अपने पुराने सखा व रामन्दिर आंदोलन के महान योद्धा पूर्व सीएम के कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर के नजदीक पहुंचे।
पीएम मोदी हुए भावुक
जिसकी दहाड़पूर्ण आवाज से विपक्ष भी कांप जाया करता था, जिसके चेहरे की मुस्कान को देख कर दुश्मन भी दोस्त बन जाते थे। आज वो ही रामभक्त कल्याण सिंह तिरंगे की आगोश में लिपटे धरती माँ की गोद मे लेते चिर निंद्रा में लीन थे। सूबे की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल,भजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, सीएम योगी,डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के साथ भारत के प्रधानमंत्री मोदी कल्याण सिंह के नश्वर शरीर के नजदीक पहुंचते हैं तो अचानक वे अत्यंत भावुक हो जाते है। इनकी आँखे भी गीली हो जातीं है। पीएम ने अपने सामने तिरंगे में लिपटे अपने सखा व राममंदिर आंदोलन के इस महानायक को झुक कर प्रणाम ही नही किया बल्कि इस महानायक को विधिवत चरण स्पर्श किया। ठीक उसी तरह से अंतिम विदाई के समय एक छोटा भाई अपने बड़े भाई को ससम्मान चरण स्पर्श करता है। उस समय कुछ क्षण के लिए तब बेहद भावुक पल ने माहौल में जन्म ले लिया जब पीएम मोदी अपनी नम आंखों के साथ तिरंगे के आँचल लिपटे अपने सखा कल्याण सिंह से मन ही मन के अहसासों में यह सवाल कर रहे हों इतनी जल्दी का थी मेरे भाई? अभी तो बहुत काम बाकी था,अपने छोटे भाई को अकेला ही....इतने में ही पीएम मोदी एकदम से उन भवुक पलों से बाहर आये और अपनी भवनाओं संयम रखते हुए वे अपने सखा,पूर्व सीएम व राम मन्दिर आंदोलन के इस महानायक के घर के भीतर उनके परिजनों को सांत्वना देने के लिये आगे बढ़ गए।
राम मंदिर आंदोलन के महानायक को अपने चरणों मे स्थान दें
आज पीएम मोदी का चेहरा कुछ खास किस्म के चिन्तन में लिपटा नजर आया। वे जब दिवंगत कल्याण सिंह के परिजनों को सांत्वना देकर वापस कमर से बाहर आये तब फिर वे कुछ पलों के लिये कल्याण सिंह के नश्वर शरीर के पास रुके,आज पीएम के चेहरे की भावभंगिमा ये साफ साफ बता रही थी कि जैसे उन्होंने कोई बहुमूल्य शख्स आज अपने जीवन मे खो दिया हो। पीएम ने वापस जाते जाते आज अपने दुखी मन की बात कह ही दी कि हमने राम मंदिर आंदोलन के महानायक को आज खोया है, जिसकी भरपायी यह देश कभी नही कर सकेगा। उन्होंने कहा कि मैं प्रभु श्री राम से यही प्रार्थना करता हूँ राम मंदिर आंदोलन के इस महानायक को अपने चरणों मे स्थान दें और इस महानायक के दुखी परिवार को यह दुख सहने की असीम शक्ति भी प्रभु श्री राम प्रदान करें।