Lucknow News: राजकीय बाल गृह से फिर एक किशोरी हुई गायब, डीएम ने दिए जांच के आदेश
राजधानी के मोती नगर स्थित राजकीय बाल गृह एक फिर चर्चा का केंद्र बन गया है।
Lucknow News: राजधानी के मोती नगर स्थित राजकीय बाल गृह एक फिर चर्चा का केंद्र बन गया है। इस बाल गृह की बालिका फैकल्टी से एक किशोरी के भाग जाने की खबर सुर्खियों में है। घटना के बाद से राजकीय बाल गृह प्रशासन व पुलिस महकमे में हड़कम्प मचा हुआ है। यह किशोरी बाल गृह की बालिका फैकल्टी से किन परिस्थितियों में गायब हो गयी है? इस गम्भीर सवाल का जवाब न तो अभी राजकीय बाल गृह प्रशासन ही दे पा रहा है और न ही पुलिस। कुल मिलाकर इस पूरे मामले में डीएम लखनऊ ने जांच के आदेश देते हुए राजकीय बाल गृह प्रशासन को तलब किया है।
राजधानी के राजकीय बालगृह की बालिका सम्भाग की एक बार फिर घोर लापरवाही सामने आई है। इस घटना की वजह से आस-पास के क्षेत्र में भी सनसनी का माहौल बन गया है।संदिग्ध परिस्थितियों में बाल गृह से गायब हुई किशोरी का नाम सबीना उर्फ काजल बताया जा रहा है। गायब किशोरी देश की राजधानी दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके की रहने बतायी गयी है।
इस घटना की सूचना मिलने के बाद से राजधानी लखनऊ की नाका हिंडोला थाने की पुलिस घटनास्थल पर मौजूद है। पुलिस प्रत्येक बिंदु की गहराई से जाँच कर रही है। राजकीय बाल विद्यालय से किशोरी गायब होने की घटना यह पहली दफा नहीं घटित हुई है, इससे पूर्व भी जुलाई माह के शुरुआती दिनों ने एक साथ पांच किशोरियां बाल गृह की दीवार फांद कर फरार हो गयी थीं। इस बाल गृह के खास तौर पर बालिका सम्भाग में रात दिन हर समय गार्ड्स व अन्य कर्मचारियों का यहां रह रहीं किशोरियों की सुरक्षा में तैनाती रहती है। उसके बावजूद भी इस राजकीय बाल गृह से किशोरियां गायब हो जातीं है। बाल गृह के बालिका सम्भाग की रात व दिन में सुरक्षा व्यवस्था बेहद पुख्ता बतायी जा रही है। उसके बाद भी इस बाल गृह से किशोरियां संदिगध परिस्थितियों में गायब हों जातीं हैं।
सूत्रों ने बताया है कि इस बाल गृह में किशोर व किशोरियों की सुरक्षा में तैनात गार्ड व अन्य लोग अपनी ड्यूटी के बेहद लपरवाह हो गए हैं। इसका लाभ यहां रहने वाली किशोरियां उठाती आ रहीं हैं। सूत्रों ने बताया कि बीती रात भी ड्यूटी पर तैनात बाल गृह के सुरक्षाकर्मी गहरी नींद में सो रहे थे, उसी का लाभ लेकर यह किशोरी गायब हो गयी है। ऐसा लगता है आये दिन किशोरियों के गायब होने वाली घटनाओं से इस राजकीय बाल गृह का प्रशासन कोई भी सबक नहीं ले रहा है। इसलिए हर माह इस तरह को घटनाएँ घट रहीं हैं।