Lucknow University News: सत्र 2021- 22 में 119 पाठ्यक्रमों के लिए 52 महाविद्यालयों ने किया आवेदन
साल 2020 में लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा शुरू की गई केंद्रीकृत प्रवेश प्रणाली के दौरान सत्र 2020-21 में 119 पाठ्यक्रमों के लिए 52 महाविद्यालयों ने आवेदन किया।
Lucknow News: साल 2020 में लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा शुरू की गई केंद्रीकृत प्रवेश प्रणाली के दौरान सत्र 2020-21 में 119 पाठ्यक्रमों के लिए 52 महाविद्यालयों ने आवेदन किया। वहीं छात्र-छात्राओं की सुविधा को ध्यान रखते हुए विश्वविद्यालय और भी महाविद्यालय को जोड़ने का प्रयास कर रहा है।
लखनऊ विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी दुर्गेश श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि विद्यालय में सत्र 2020 विश्वविद्यालय के संपूर्ण प्रवेश प्रक्रिया में महत्वपूर्ण बदलाव किया था और पूरी प्रक्रिया को केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के विभिन्न संबद्ध महाविद्यालयों में प्रवेश के लिए द्वार विश्वविद्यालय में ही खोले गए थे। समस्त प्रोन्नति के दौरान छात्र-छात्राओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए केंद्रीकृत प्रवेश प्रक्रिया में न केवल विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए शुरू की गई थी। बल्कि विश्वविद्यालय समस्त संबद्ध महाविद्यालयों का इस प्रक्रिया में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था।
2021- 22 में अकादमिक सत्र के लिए 52 महाविद्यालयों ने आवेदन प्रस्तुत किया
2020 में विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए कई महाविद्यालयों ने विश्वविद्यालय की केंद्रीय प्रवेश प्रक्रिया में भाग लिया था। इस प्रक्रिया में 119 पाठ्यक्रमों के लिए इस वर्ष 2021- 22 में अकादमिक सत्र के लिए 52 महाविद्यालयों ने आवेदन प्रस्तुत किया है। वहीं आवेदन की प्रक्रिया को 31 अगस्त तक करने का आदेश जारी किया गया है और जल्दी छात्र छात्राओं को सुविधा को ध्यान रखते हुए और भी संबद्ध महाविद्यालय इस प्रणाली से जुड़ेंगे।
छात्रों को अलग-अलग महाविद्यालयों के अलग-अलग फॉर्म नहीं भरने पड़ेंगे
दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार सबसे अधिक आवेदन बीकॉम ऑनर्स पाठ्यक्रम के लिए आए हैं इसके अलावा बीसीए, बीबीए और बीएससी मैथ्स और बीएससी बायोलॉजी के लिए कई महाविद्यालयों ने आवेदन किया है M.Ed, एमकॉम के लिए भी कई आवेदन प्राप्त हुए हैं। इन पाठ्यक्रमों के अलावा भी बीए,बीजेएमसी, बी एस सी एग्रीकल्चर बीवीए, बीएफए, बीएलएड बीपीएड, एमए, एमपीएड पाठ्यक्रमों की लोकप्रियता महाविद्यालयों के आवेदन में देखने को मिली है दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि केंद्रीयकृत प्रवेश प्रक्रिया का लाभ यह है कि छात्रों को अलग-अलग महाविद्यालयों के अलग-अलग फॉर्म नहीं भरने पड़ेंगे।