Union Budget 2022: लखनऊ यूनिवर्सिटी के प्रो. मनोज ने कहा- "समावेशी विकास का बजट, कर्मचारियों को न फायदा ना नुकसान"
Union Budget 2022: लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर मनोज कुमार अग्रवाल ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि "एक नयी टेक्नोलॉजी आधारित अर्थव्यवस्था को विकसित करने के लिए, समावेशी विकास के लिए यह बजट है।"
Union Budget 2022: मंगलवार को देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने आम बजट-2022 (Budget 2022) पेश किया। इस साल सरकार 39.44 लाख करोड़ रुपये ख़र्च करेगी। जिसमें स्वास्थ्य मंत्रालय को 86,606 करोड़, रक्षा मंत्रालय को 5.25 लाख करोड़ और शिक्षा मंत्रालय का बजट 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक खर्च करेगी। जिस पर पक्ष-विपक्ष अपने-अपने मत रख रहे हैं।
इस बजट पर 'न्यूज़ट्रैक' ने लखनऊ विश्वविद्यालय (Lucknow University) के प्रोफेसर मनोज कुमार अग्रवाल (Prof. Manoj Kumar Agrawal) ने बताया कि "एक नयी टेक्नोलॉजी आधारित अर्थव्यवस्था को विकसित करने के लिए, समावेशी विकास हेतु यह बजट है।"
डिजिटल इकॉनमी की तरफ़ बढ़ेंगे कदम
इकोनॉमिक्स के प्रोफेसर मनोज कुमार अग्रवाल (Prof. Manoj Kumar Agrawal) ने बताया कि इस बजट से देश डिजिटल इकॉनमी की तरफ़ बढ़ रहा है। चाहे कृषि हो, चाहे शिक्षा हो, चाहे डिजिटल करेंसी हो। उन्होंने कहा कि "कृषि में ड्रोन और डिजिटल टेक्नोलॉजी की बात की गई है, जिसका किसी को भी पूर्वानुमान नहीं था। तो, बहुत ही आगे की बात है।
और, सबसे बड़ी बात है कि विकास की आधारशिला को मज़बूत करने की बात है। वर्तमान वर्ष में 3 लाख करोड़ रुपये का राजस्व बढ़ाया है। जिसमें से ढाई लाख करोड़ रुपये बुनियादी सुविधाओं के लिए खर्च कर रहे हैं। तभी तो, अर्थव्यवस्था बाउंस बैक हुई है। 9.2 प्रतिशत जीडीपी हो रहा है, जो कि विश्व की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है।"
डिजिटल यूनिवर्सिटी है अच्छा कदम
इस बजट में निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) की ओर से डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कही गई है। कुल मिलाकर डिजिटल टेक्नोलॉजी की तरफ़ यह बजट है। प्रोफेसर मनोज ने बताया कि "डिजिटल टेक्नोलॉजी की बात करें, तो डिजिटल यूनिवर्सिटी खोल रहें। डिजिटल माध्यम से सरकारी स्कूल के बच्चों को चैनल खोलकर के उनको पढ़ाने की बात है।"
राज्यों को भी मिलेगा फ़ायदा
विश्विद्यालय के प्रोफेसर मनोज कुमार अग्रवाल (Prof. Manoj Kumar Agrawal) ने कहा कि "राज्यों को भी प्रोत्साहित करने की बात है। एक लाख करोड़ रुपये ऋण देंगे, जिस पर कोई ब्याज नहीं लगेगा। और, ये 50 वर्षों के लिये दे रहे हैं। ये राज्यों को बहुत बड़ी मदद होगी। ख़र्च को 3 प्रतिशत से बढ़ाकर 4 प्रतिशत किया गया है। इससे उन्हें 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी दे दी गई है।"
एमएसएमई सेक्टर को बढ़ावा
मनोज कुमार अग्रवाल (Prof. Manoj Kumar Agrawal) ने बताया कि "एमएसएमई सेक्टर को ज़ोर देने की बात है। पहली दफ़े यह देखा गया है कि 'हर स्टेशन, हर प्रोडक्ट' की बात कही है। पहले 'वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट' था।"
कर्मचारियों को न फ़ायदा, न नुकसान
आम बजट-2022 से कर्मचारी वर्ग ज़्यादा ख़ुश नहीं दिख रहा है। इस पर प्रोफेसर मनोज का कहना है कि "कर्मचारियों को यदि फ़ायदा नहीं पहुंचा है, तो नुकसान भी नहीं हुआ है। किसी भी तरह का, कोई टैक्स नहीं बढ़ा है। बल्कि, जो अप्रत्यक्ष टैक्स घटाये हैं, उसका फ़ायदा सभी को मिलेगा।"
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