UP Election 2022 : 'भीड़' की लड़ाई 'खिचड़ी' पर आई, भड़के स्वामी प्रसाद ने कहा- पहले CM योगी पर हो मामला दर्ज
स्वामी प्रसाद ने कहा,कि सबसे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के खिलाफ केस दर्ज करना चाहिए। स्वामी मौर्य बोले, 'शुक्रवार को गोरखपुर में सीएम हजारों लोगों के साथ खिचड़ी खा रहे थे।
UP Election 2022 : कोरोना प्रोटोकॉल (Corona Protocol) तोड़ने मामले पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के कार्यकर्ताओं (Party Workers) पर दर्ज मुकदमे के बाद पहली बार स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) का बयान सामने आया है। स्वामी प्रसाद ने कहा,कि सबसे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के खिलाफ केस दर्ज करना चाहिए।
स्वामी मौर्य बोले, 'शुक्रवार को गोरखपुर में सीएम हजारों लोगों के साथ खिचड़ी खा रहे थे। इसलिए पहले उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री आचार संहिता के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। सार्वजनिक रूप से मुख्यमंत्री ने हजारों लोगों के बीच खिचड़ी खाई। इसलिए उनके खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए।' दरअसल, शुक्रवार को ही राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी के दफ्तर में नेताओं कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटी थी। जिसके बाद सपा कार्यालय में उमड़ी भीड़ पर कोरोना के नियमों (Corona Protocol) के उल्लंघन को लेकर मामला दर्ज किया गया।
ये है पूरा मामला?
बता दें, कि प्रदेश में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों के बीच चुनाव आयोग (Election commission) द्वारा चुनावी या किसी भी प्रकार की रैलियों पर रोक लगाई गई है। यह पाबंदी 15 जनवरी 2022 तक जारी रहने वाली है। लेकिन, शुक्रवार यानी 14 जनवरी को समाजवादी पार्टी के लखनऊ कार्यालय (Lucknow Office) के बाहर लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली। हालांकि, सपा ने इसे नाम 'वर्चुअल रैली' (Virtual Rally) का दिया, मगर वहां सोशल डिस्टेंसिंग की जमकर धज्जियां उड़ीं। तस्वीरों को देखकर साफ पता चलता है कि कोरोना प्रोटोकॉल का किसी भी प्रकार पालन नहीं हुआ। इसके बाद सपा के 2,500 नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
क्या कहते हैं पुलिस कमिश्नर?
इस मामले में पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने कहा, 'समाजवादी पार्टी के 2,500 नेताओं-कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इसमें 269, 270,144 महामारी एक्ट (pandemic act) के तहत केस दर्ज किया गया है।' उन्होंने कहा, पुलिस के द्वारा पहले वीडियोग्राफी (videography) कराई गई थी। जिसके बाद चिन्हित कर मुकदमा दर्ज किया गया।
गोरखपुर में खिचड़ी चढ़ाने उमड़ी थी भीड़
इसी पुलिसिया कार्रवाई से स्वामी प्रसाद बिफर पड़े। हाल ही में बीजेपी से सपा में गए स्वामी प्रसाद ने भीड़ को लेकर अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। दरअसल, शुक्रवार को मकर संक्रांति के मौके पर गोरखपुर के प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु इकठ्ठा हुए थे। इस दौरान यहां सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) की जमकर धज्जियां उड़ीं। हालांकि, भीड़ को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कोरोना प्रोटोकॉल के नियमों का पालन करने की अपील की थी।
दलित के घर खिचड़ी खाए थे सीएम योगी
बता दें, कि इससे पहले शुक्रवार की दोपहर में सीएम योगी ने एक दलित परिवार के घर जाकर खिचड़ी भी खाई थी। इसी को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य का कहना है कि मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक रूप से हजारों लोगों के बीच खिचड़ी खाई थी। इसलिए उनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज होना चाहिए। उन्होंने भी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है।