UP Election 2022: लखनऊ कैंट सीट पर दिलचस्प मुकाबला, दिग्गजों की टिकी निगाह

Lucknow Cantt Seat: भाजपा की परंपरागत रूप से रही इस सीट पर ब्राह्मण मतदाता निर्णायक की भूमिका निभाता है। इस समय भाजपा के कई दिग्गजों की निगाहें इस सीट पर हैं।

Written By :  Ramkrishna Vajpei
Published By :  Vidushi Mishra
Update:2022-01-19 10:37 IST

लखनऊ कैंट सीट

UP Election 2022: राजधानी लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट (Lucknow Cantt Seat) इस समय हॉट केक बन गई है जिस पर तमाम बड़े नेताओं की निगाह। गौरतलब है कि भाजपा की परंपरागत रूप से रही इस सीट पर ब्राह्मण मतदाता निर्णायक की भूमिका निभाता है। इस समय भाजपा के कई दिग्गजों की निगाहें इस सीट (Lucknow Cantt Seat) पर हैं।

अनुमान लगाया जा रहा है कि इस सीट (Lucknow Cantt Seat) पर चार बार विधायक रह चुके सुरेश तिवारी को बढ़ती उम्र के चलते इस बार टिकट नहीं दिया जाएगा। जिसके चलते राजनीतिक हल्कों में इस सीट से बृजेश पाठक, डॉ. दिनेश शर्मा और मयंक जोशी, तक की दावेदारी भी चर्चा में है।

 इस सीट पर बड़े नेताओं की निगाह

इसके अलावा लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया, डां महेंद्र सिंह, हलवासिया परिवार की एक बहू, भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री रहे अभिजात मिश्र और अन्य तमाम दावेदार हैं। दावेदारों की ये सूची करीब दो दर्जन नेताओं की है।

भाजपा के अंदरूनी सूत्र जहां इस सीट (Lucknow Cantt Seat) पर डॉ. दिनेश शर्मा या ब्रजेश पाठक को टिकट दिये जाने की बात कर रहे हैं वहीं पार्टी की प्रयागराज से सांसद डॉ. रीता बहुगुणा जोशी (Rita Bahuguna Joshi) ने अपने पुत्र को लखनऊ कैंट विधानसभा सीट (Lucknow Cantt Seat) से टिकट दिलाने के पार्टी से अपनी सासंदी छोड़ने और 2024 में चुनाव न लड़ने की पेशकश तक कर डाली है।

अपर्णा की एंट्री लखनऊ कैंट सीट पर 

गौरतलब है कि रीता बहुगुणा जोशी अपने बेटे को स्थापित करना चाहती हैं और इसके लिए वह कोई भी कीमत चुकाने को तैयार हैं। इस लिए पहले उन्होंने मीडिया से कहा था कि उनका पुत्र चुनाव लड़ना चाहता है और इस बारे में निर्णय पार्टी को लेना है, मै बीच में नहीं हूं।

इसके अलावा आज भाजपा में शामिल होने जा रही हैं अपर्णा यादव भी इस सीट(Lucknow Cantt Seat) से चुनाव लड़ चुकी हैं। और उन्हें भी इस सीट (Lucknow Cantt Seat) के दावेदारों में जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि अपर्णा यादव (Aparna Yadav BJP) को कहां से टिकट देकर चुनाव लड़ाना है या उनका क्या उपयोग किया जाना है। यह पार्टी नेतृत्व को तय करना है। क्योंकि अपर्णा यादव की एंट्री हाई प्रोफाइल तरीके से हो रही है।

लेकिन अगर अपर्णा की एंट्री लखनऊ कैंट सीट(Lucknow Cantt Seat) पर होती है तो समाजवादी पार्टी भी भाजपा को झटका देने की ताकत में है। इसमें एक भाजपा नेता का पुत्र सपा में जा कर कैंट(Lucknow Cantt Seat) से भाजपा को परेशानी बढ़ा सकता है। खैर आज भाजपा की सूची जारी होने की संभावना है। कुछ देर में ही सबकुछ साफ हो जाएगा।

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