UP Election 2022: यूपी की सियासत में छाये परशुराम, अखिलेश के बाद कल डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा करेंगे मूर्ति का अनावरण

UP Election 2022: 7 जनवरी सुबह 11:00 बजे कृष्णा नगर स्थित सहसावीर मंदिर में ब्राह्मणों के आराध्य भगवान परशुराम की मूर्ति का अनावरण किया जाएगा।

Published By :  Divyanshu Rao
Update: 2022-01-05 17:45 GMT

दिनेश शर्मा की तस्वीर

UP Election 2022: यूपी में चुनाव से पहले भगवान परशुराम (Bhagwan Parshuram) को लेकर सियासत पूरी तरह से चरम पर है। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के बाद अब भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी भगवान परशुराम (Bhagwan Parshuram statue) की प्रतिमा लगाने जा रही है। गुरुवार को राजधानी लखनऊ में परशुरामजी की प्रतिमा का अनावरण उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा करेंगे।

7 जनवरी सुबह 11:00 बजे कृष्णा नगर स्थित सहसावीर मंदिर में ब्राह्मणों के आराध्य भगवान परशुराम की मूर्ति का अनावरण किया जाएगा। जहां बीजेपी के तमाम नेता और कार्यकर्ता मौजूद रहेंगे। बता दें चुनाव से पहले ब्राह्मणों को रिझाने के लिए सभी दल एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। बीजेपी भी उन्हें अपने पाले में करने के लिए मूर्ति का सहारा ले रही है।

गौरतलब है कि इससे पहले समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गोसाईगंज में पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के किनारे परशुराम मंदिर का अनावरण किया था। यह मंदिर सपा के पूर्व विधायक संतोष पांडे और अन्य ब्राह्मण नेताओं के सहयोग से बनाया गया है। जिसका अनावरण अखिलेश यादव के हाथों कराकर सपा के ब्राह्मण नेताओं ने अपने समुदाय के लोगों को समाजवादी पार्टी से जोड़ने की एक बड़ी रणनीति तैयार की है।

इस मुहिम का असर भी दिखाई दे रहा है, सपा अब तक कई ब्राह्मण नेता जिनमें गोरखपुर के कुशल तिवारी, विनय शंकर तिवारी, अंबेडकरनगर के पूर्व बसपा सांसद राकेश पांडे, गोंडा के संतोष तिवारी और प्रतापगढ़ के बृजेश मिश्र सौरभ समेत तमाम नेता समाजवादी पार्टी का दामन थाम चुके है।

दिनेश शर्मा की तस्वीर 

बीजेपी ने बनाई 16 नेताओं का टीम

वहीं बीजेपी ब्राह्मणों को अपने पाले में लाने के लिए यूपी के 16 ब्राह्मण नेताओं की एक टीम बनाकर उन्हें अपने अपने क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी है। यह सभी नेता अपने-अपने क्षेत्र में अपने समुदाय के नेताओं से मिलेंगे और बीजेपी द्वारा किए गए कार्यों की उन्हें जानकारी देंगे साथ ही भारतीय जनता पार्टी से जुड़ेने की अपील भी करेंगे। इस टीम में शामिल कैबिनेट मंत्री बृजेश पाठक पहले ही कह चुके हैं की ब्राह्मण समुदाय बीजेपी के साथ है।

वही बहुजन समाज पार्टी के महासचिव और मायावती के सबसे भरोसेमंद सतीश चंद्र मिश्रा भी ब्राह्मणों को रिझाने के लिए सबसे पहले प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन किया। बीएसपी ब्राह्मणों को ज्यादा से ज्यादा टिकट देने की भी बात कर रही है। अब देखना यह होगा कि ब्राह्मण किस पर भरोसा कर अपना मत देते हैं। क्योंकि यूपी में इनकी संख्या करीब 12 फ़ीसदी है और यह जिनके पाले में जाते हैं उनकी सरकार बनना तय मानी जाती है। यही वजह है कि सबकी निगाहें ब्राह्मणों पर हैं।

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