Sultanpur News: 80 साल की वृद्धा की बैंक में मौत, बैंक मैनेजर बना वजह, जानें क्या है मामला
Sultanpur News: जयसिंहपुर तहसील क्षेत्र के सेमरी बाजार में स्थित बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक की शाखा सेमरी महमूदपुर की है। शुक्रवार को भीषण कड़कड़ाती ठंड और बरसात हो रही थी।
Sultanpur News: ठंड और बारिश के बीच बैंक के बाहर 80 साल की वृद्धा छाता लगाए ठेले पर पड़ी रही। उसके परिवारीजन विधवा पेंशन निकलवाने के लिए उसे लेकर बैंक पहुंचे थे। पैसे मिल जाते तो उसी से उसका इलाज होना था। लेकिन मैनेजर ऐसा पत्थर दिल जिसकी मानवीय संवेदनाएं मुर्दा हो चुकी थी। इसका नतीजा यह हुआ कि आज इलाज के अभाव में वृद्धा की मौत हो गई।
घटना जयसिंहपुर तहसील क्षेत्र के सेमरी बाजार में स्थित बड़ौदा उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक की शाखा सेमरी महमूदपुर की है। शुक्रवार को भीषण कड़कड़ाती ठंड और बरसात हो रही थी। क्षेत्र के विशुनदासपुर निवासी पतिरजी (80) पत्नी संतोषी बीमारी के चलते परिजनों के साथ इलाज के लिये अपने खाते से ठेले पर बैठ कर पैसा निकालने के लिये आई थी।
आरोप है कि बैंक मैनेजर से कई बार मिन्नतें करने के बाद बैंक के बाहर ठेले पर आई पतिरजी से मिलकर पैसा निकालने के लिये कहा गया। शाखा प्रबंधक ने देखकर कहा मैं इनका पैसा नहीं निकाल सकता ये सेंसलेस है। जबकि वृद्ध बीमार महिला बीमारी के चलते शारीरिक रूप से अक्षम हो जाने के कारण हाथों से पैसे के लिये इशारे करती रही।
बैंक शाखा प्रबंधक की मनमानी से नहीं हो सका इलाज
शाखा प्रबंधक के अड़ियल और मनमानी रवैये के चलते पैसा नहीं दिया गया। परिजनों ने कहा भी कि गंभीर बीमारी के चलते महिला की इलाज के अभाव में मौत भी हो सकती है। ग्राम प्रधान व अन्य लोंगों की गवाही कराकर पेमेंट देने के लिये भी कहा गया लेकिन मैनेजर ने एक न सुनी। आज सुबह इलाज के अभाव में वृद्धा महिला ने दम तोड़ दिया।
शाखा प्रबंधक का जवाब महिला की मानसिक स्थिती नहीं थी सही इसलिए नही दिया पैसा
उधर जब इस संबंध में बैंक के शाखा प्रबंधक सरोज कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि महिला सेंसलेस अवस्था में आई थी। जिससे पेमेंट नहीं दिया जा सका। वृद्ध महिला के इलाज के लिये पैसे तभी दिए जा सकते हैं जब कोई चिकित्सक यह लिखकर दे कि अमुक वृद्ध महिला का वारिस है।