यूपी: यहां शुरू हुई राम रसोई, हजारों श्रद्धालुओं को मिलेगा फ्री में भोजन
अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद रविवार को अयोध्या में राम रसोई की शुरुआत हो गई है। रामलला के मंदिर के ठीक बाहर अमावा मंदिर में पटना के महावीर मंदिर ट्रस्ट ने राम रसोई की शुरुआत की।
अयोध्या: अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद रविवार को अयोध्या में राम रसोई की शुरुआत हो गई है। रामलला के मंदिर के ठीक बाहर अमावा मंदिर में पटना के महावीर मंदिर ट्रस्ट ने राम रसोई की शुरुआत की।
राम रसोई में रामलला के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को निःशुल्क भोजन मिलेगा। महावीर मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष किशोर कुणाल ने आज इसकी शुरुआत की।
इसमें सुबह 11:30 बजे से दोपहर 2:30 बजे तक भोजन प्रसाद दिया जाएगा। इससे पहले पटना महावीर मंदिर ट्रस्ट 10 करोड़ रुपये चंदे के तौर पर राम मंदिर के लिए ऐलान कर चुका है।
इस प्रसाद भोजन की शुभारंभ रामलला के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने श्रद्धालुओं को प्रसाद भोजन अपने हाथों से वितरित कर के किया।
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वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भगवान राम जानकी की पूजा
इससे पहले वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भगवान राम जानकी के विवाह पंचमी की विशेष तिथि पर विशेष पूजन हुआ और भगवान राम की अनुमति के बाद राम रसोई का संचालन शुरू किया गया।
आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि 60 क्विंटल गोविंद भोग और कतरनी चावल अयोध्या भेजा गया है। कुणाल ने कहा कि सभी चावल कैमूर (बिहार) के मोकरी गांव से मंगवाया गया है।
राम रसोई और भगवान के भोग की सेवा लगातार चलती रहेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए अयोध्या के मुख्य पुजारी से बात हो चुकी है।
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सीतामढ़ी में सीता रसोई चल रही है: कुणाल
कुणाल ने कहा कि बिहार में पहले से ही सीतामढ़ी में सीता रसोई चल रही है। यहां दिन में 500 लोग और रात में 200 लोगों को मुफ्त में भोजन कराया जाता है।
इसी क्रम में अयोध्या में भी राम रसोई शुरू होने जा रही है। यहां शुरुआती दौर में प्रतिदिन एक हजार लोगों के भोजन करने की संभावना है। इसके बाद में राम भक्तों की बढ़ती संख्या के आधार पर ज्यादा से ज्यादा लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था की जाएगी।
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