Ayodhya Ram Mandir: जानें कब कर सकेंगे रामलला के दर्शन? प्राण प्रतिष्ठा से लेकर राम मंदिर दर्शन की पूरी टाइमलाइन

Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या राम मंदिर का निर्माण कार्य कब पूरा होगा? कब ये आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा, इन सवालों का जवाब मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने दिया है।

Update: 2023-06-20 10:48 GMT
अयोध्या राम मंदिर दर्शन की आकृति (Social Media)

Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या राम मंदिर के पट जनता के लिए कब खुलेंगे? ये अहम सवाल राम भक्तों के मन में घूमता रहा है। अटकलें कई लगाई गईं। इस बीच, राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र (Nripendra Mishra) ने एक समाचार चैनल को बताया कि, '15 जनवरी 2024 से 24 जनवरी 2024 के बीच राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो सकती है।' उन्होंने बताया कि, प्राण प्रतिष्ठा के अंतिम दिन पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को न्योता भेजा जाएगा।

नृपेंद्र मिश्र ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि, 'प्राण प्रतिष्ठा के बाद श्रद्धालुओं के लिए राम मंदिर के पट खुल जाएंगे। उन्होंने कहा कि, '24-25 जनवरी, 2024 से राम मंदिर में आम श्रद्धालु जाकर दर्शन कर पाएंगे। मिश्र ने बताया कि विदेशों में भारतीय दूतावासों (Indian Embassies) में भी प्राण प्रतिष्ठा देखी जा सके, इसकी तैयारी जारी है।'

मंदिर के शिखर-गर्भ गृह के मुख्य द्वार पर सोने की परत

राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने बताया कि, 'गर्भ गृह का मुख्य द्वार 'स्वर्ण आच्छादित' होगा। मतलब, मुख्य द्वार पर सोने की परत होगी। मिश्र ने बताया कि, मंदिर का 161 फ़ीट ऊंचा शिखर पर भी सोना मढ़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि, प्रधानमंत्री मोदी के मन में था कि अयोध्या तभी जाएंगे, जब मंदिर की आधारशिला रखी जाएगी। तभी प्रधानमंत्री 5 अगस्त 2021 को यहां आए थे।'

सबसे मुख्य गर्भगृह होगा

गौरतलब है कि, इससे पहले नृपेंद्र मिश्र ने बताया था कि अयोध्या राम मंदिर का निर्माण तीन चरणों में हो रहा है। उन्होंने पहले चरण का काम इसी साल पूरा किए जाने की बात कही थी। मिश्र ने बताया था कि, पहले चरण में 5 मंडप बनेंगे। इनमें सबसे मुख्य गर्भगृह होगा। यहीं रामलला की मूर्ति स्थापित की जाएगी।

गलत जानकारियों का किया खंडन

राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने ये भी बताया कि, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके 20 साल पहले तक यहां नहीं आए थे। वे अयोध्या के आस-पास कई बार आए, मगर यहां नहीं आए। राम मंदिर का निर्माण कार्य कब पूरा होगा, इसे लेकर कई बार गलत जानकारियां सामने आती रही हैं। उन ख़बरों पर रामजन्मभूमि ट्रस्ट के चंपत राय (Champat Rai, Ram Janmabhoomi Trust) ऐसी खबरों का खंडन करते रहे हैं।

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