Ayodhya News: भारतीय ज्ञान परंपरा के अनुकूल हो भारतीय शिक्षा : डी राम कृष्ण राव
Ayodhya News: उन्होंने कहा कि अभी तक भारत में शिक्षा कैसी हो इस पर रणनीति बनती थी, लेकिन अब शिक्षा में भारत कैसा हो इस पर कार्य हो रहा है।
Ayodhya News: मूल्य आधारित शिक्षा से ही श्रेष्ठ समाज का निर्माण संभव है। जीवन निर्माण करने वाली शिक्षा ही आने वाली पीढ़ियों को भारतीय इतिहास, ज्ञान और भारत बोध कराने में सहायक होगी। शिक्षा एक महा मंत्र है जिसके द्वारा समाज के विकास की गति और प्रगति सुनिश्चित की जाती है। ऐसे में राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 पूरे शिक्षा क्षेत्र में परिवर्तन के लिए अग्रसर है।
उक्त बातें विद्या भारती द्वारा साकेत निलयम अयोध्या में आयोजित तीन दिवसीय अखिल भारतीय मंत्री समूह की कार्यशाला का उद्घाटन करते हुये विद्या भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डी राम कृष्ण राव ने कही। उन्होंने कहा कि अभी तक भारत में शिक्षा कैसी हो इस पर रणनीति बनती थी, लेकिन अब शिक्षा में भारत कैसा हो इस पर कार्य हो रहा है। वर्तमान समय में शिक्षा केवल सूचनाओं का संकलन मात्र नहीं है। बच्चे सूचनाओं के माध्यम से अपने अनुभव के आधार पर नवीन ज्ञान का सृजन करते हैं। भारत का ज्ञान वैश्विक स्तर पर भारत को ज्ञान गुरु बनाने की ओर अग्रसर है।
कार्यशाला में देश भर से अनेक शिक्षाविद, चिंतक, विचारक और विद्या भारती के क्षेत्र और प्रांत स्तर के सभी मंत्री प्रतिभाग कर रहे हैं। विशेष रूप से कार्यशाला में उपस्थित गोविन्द चन्द्र महंत, यतीन्द्र शर्मा, अवनीश भटनागर, श्रीराम अरावकार , हेमचन्द्र सहित अन्य उपस्थित थे।