Azam Khan News: आजम खान के रामपुर पब्लिक स्कूल को 18 मार्च तक की मोहलत, खाली करना होगा भवन
Azam Khan News: आजम खान के मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट द्वारा संचालित रामपुर पब्लिक स्कूल के भवन को खाली करने का नोटिस जिला प्रशासन द्वारा दिया गया है। जिला प्रशासन ने 18 मार्च तक मोहलत ट्रस्ट को दी है।
Azam Khan News: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान इन दिनों कई समस्याओं से घिरे हुए हैं। खान एक-एक कर वो सारी चीजें गंवा रहे हैं, जो उन्होंने अपने दशकों के सियासी करियर में खड़ा किया था। आजम खान के मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट द्वारा संचालित रामपुर पब्लिक स्कूल के भवन को खाली करने का नोटिस जिला प्रशासन द्वारा दिया गया है। जिला प्रशासन ने 18 मार्च तक मोहलत ट्रस्ट को दी है।
बताया जा रहा कि बच्चों के इंटरनल एग्जाम 18 मार्च तक चलेंगे, इसलिए उनके भविष्य को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने इतने दिनों की मोहलत दी है। रामपुर में आजम खान को लगा ये दूसरा बड़ा झटका है। इससे पहले राज्य सरकार ने उनके ट्रस्ट द्वारा संचालित जौहर विश्वविद्यालय की जमीन वापस ले ली थी, जो उन्होंने अखिलेश यादव के मुख्यमंत्री रहने के दौरान मिली थी।
रामपुर पब्लिक स्कूल से जुड़ा पूरा मामला क्या है ?
दरअसल, यूपी में जब सपा की सरकार थी, तब रामपुर में जिला जेल के पास भवन में जौहर शोध संस्थान बनाया गया था। 2015 में तत्कालीन अखिलेश सरकार ने सालाना 100 रूपये की लीज पर मौलाना मोहम्मद अली जौहर ट्रस्ट को यह भवन दे दी थी। वर्तमान में इसी भवन में रामपुर पब्लिक स्कूल संचालित है। योगी सरकार ने इस अब लीज को समाप्त कर दिया गया है और ट्रस्ट को आदेश दिया गया है कि वह जल्द से जल्द जमीन को कब्जामुक्त कर दें।
इसके लिए अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के अधिकारी की ओर से दो हफ्ते पहले ट्रस्ट को भवन खाली करने के लिए नोटिस भी भेजा गया था। नोटिस समय पूरा होने के बावजूद अभी तक भवन खाली नहीं किया गया है। आजम खान का ट्रस्ट इसके खिलाफ हाईकोर्ट भी गया, लेकिन उन्हें वहां से भी फिलहाल कोई राहत नहीं मिली है। जिला प्रशासन ने बच्चों के एग्जाम को देखते हुए तत्काल कोई कार्रवाई करने का निर्णय नहीं लिया है और 18 मार्च तक की मोहलत रामपुर पब्लिक स्कूल को दी है।
रद्द हो सकती है स्कूल की मान्यता
रामपुर पब्लिक स्कूल सीबीएसई से मान्यता प्राप्त स्कूल है। लेकिन हालिया घटनाक्रम के बाद उसकी मान्यता खतरे में पड़ गई है। बिना भवन और जमीन के बेसिक शिक्षा विभाग स्कूल की मान्यता रद्द कर सकता है। इस संबंध में सीबीएसई को भी खत लिखा गया है। आजम खान के करीबी सूत्रों का कहना है कि वो इस मामले में अदालत की ओर रूख करने की योजना बना रहे हैं।
आजम खान पर ट्रस्ट के नाम पर जमीन हड़पने का आरोप
रामपुर पब्लिक स्कूल से पहले योगी सरकार आजम खान के ट्रस्ट द्वारा संचालित जौहर विश्वविद्यालय की जमीन वापस ले चुकी है। प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया था कि आजम खान ने साल 2014 में जमीन यह कहते हुए लिया था कि वह अपने विश्वविद्यालय में उर्दू, फारसी और अरबी जैसे खत्म हो रहे विषयों की शोध कराएंगे। मगर रामपुर के लोगों ने शिकायत की थी कि यहां ऐसा कुछ नहीं हो रहा है।
मामले की जांच जब एसआईटी से कराई गई तो आरोप सही निकले। धर्मपाल सिंह ने आरोप लगाया था कि आजम खान ने यूपी सरकार द्वारा दी गई जमीन को हड़पने का काम किया था, जिसे सरकार ने अब वापस ले लिया है।
बता दें कि कई मुकदमों के तले दबे आजम खान भड़काऊ भाषण मामले में तीन साल की सजा पाकर अपनी विधायकी गंवा चुके हैं। उनके बेटे अब्दुल्ला आजम भी एक मामले में दोषी साबित होने के बाद अपनी विधायकी खो चुके हैं। वर्तमान में आजम परिवार का कोई सदस्य न तो लोकसभा और न ही विधानसभा में है।