Bahraich News: DM मोनिका रानी बोलीं- चुनाव के दौरान अपने अनुभवों को लाभ उठायें अधिकारी-कर्मचारी

Bahraich News: जिलाधिकारी मोनिका रानी ने आगामी लोकसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराये जाने के उद्देश्य से कलेक्ट्रेट सभागार में निर्वाचन की विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए तैनात किये गये प्रभारी अधिकारियों के साथ बैठक की।

Report :  Anurag Pathak
Update: 2024-02-08 10:42 GMT

बहराइच डीएम ने चुनावों की तैयारियों को लेकर की बैठक (न्यूजट्रैक)

Bahraich News: जिलाधिकारी मोनिका रानी ने आगामी लोकसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शान्तिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराये जाने के उद्देश्य से कलेक्ट्रेट सभागार में निर्वाचन की विभिन्न व्यवस्थाओं के लिए तैनात किये गये प्रभारी अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि निर्वाचन को निष्पक्ष संपन्न कराये जाने को एक चुनौती के रूप में स्वीकार करें। यह सुनिश्चित करें कि सभी कार्य समयबद्धता के साथ अंजाम दिये जाएं। डीएम ने अधिकारियों से कहा कि निर्वाचन के सम्बन्ध में सौंपी गयी जिम्मेदारियों को पूरा करने में अपने-अपने अनुभवों का भी लाभ उठायें।

जिम्मेदार अधिकारियों को बनाया जाय मास्टर ट्रेनर्स

मतदान कार्मिक एवं प्रशिक्षण व्यवस्था की समीक्षा के दौरान डीएम ने सीडीओ व अपर जिलाधिकारी से कहा कि दक्ष व जिम्मेदार अधिकारियों को मास्टर ट्रेनर्स बनाया जाय। मतदान के विभिन्न चरणों के प्रशिक्षण के लिए डीएम ने सुझाव दिया कि प्रत्येक कार्य के लिए अलग-अलग पीपीटी तैयार की जाय। डीएम ने सुझाव दिया कि पीपीटी को प्रश्नोत्तरी जैसे प्रारूप में तैयार करते समय आसान भाषा का प्रयोग किया जाये जिससे सभी स्तर के मतदान कार्मिक प्रशिक्षण का लाभ उठा सकें। जिलाधिकारी ने प्रभारी अधिकारी मतदान कार्मिक को निर्देश दिया कि ज़ोनल एवं सेक्टर मजिस्ट्रेटों, मतदान कार्मिकों तथा निर्वाचन को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए गठित की जाने वाली टीमों के प्रशिक्षण के लिए स्थान का चयन कर लिया जाय। उन्होनें कहा कि जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेटों की नियुक्ति पहले से कर उनको प्रशिक्षण भी प्रदान कर दिया जाय।

लोगों से मिले अधिकारी

प्रभारी अधिकारी मतदान कार्मिक को निर्देश दिया गया कि प्रशिक्षण के उपरान्त ज़ोनल एवं सेक्टर मजिस्ट्रेटों को चेक-लिस्ट देकर क्षेत्र का भ्रमण कराकर पोलिंग स्टेशनों पर मूलभूत सुविधाओं, क्षेत्र की संवेदनशीलता, ईपिक की स्थिति इत्यादि के बारे में जानकारी भी प्राप्त कर सकें। उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि सभी ज़ोनल एवं सेक्टर मजिस्ट्रेटों को यह भी निर्देश दिया जाय कि क्षेत्र के भ्रमण के दौरान गरीब बस्तियों में भी अवश्य जायें और गांव के ज्यादा से ज्यादा लोगों से सम्पर्क करें। आपस में एक-दूसरे के मोबाइल नम्बरों का आदान-प्रदान करें ताकि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन इत्यादि के सम्बन्ध में लोग जानकारी उपलब्ध करा सकें। बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक वृन्दा शुक्ला ने कहा कि सभी उप जिलाधिकारी व पुलिस क्षेत्राधिकारी संयुक्त रूप से स्वयं क्षेत्र का भ्रमण कर वनरेबुल व क्रिटीकल बूथों की सूची उपलब्ध कराये ताकि अग्रिम कार्यवाही की जा सके। साथ ही जनपद में शान्तिपूर्ण एवं सकुशल निवार्चन प्रकिया सम्पन्न कराने के लिए नियमानुसार निरोधात्मक कार्यवाही भी कर ली जाय।

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