जलजमाव से नारकीय जिंदगीः पानी निकालने के नाम पर हो रही धन उगाही
कई घरों के लोग मजबूरन बांस का मचान लगाकर निकल पा रहे हैं। कई दोनों से बरसात होने से अब पानी सड़ने भी लगा है, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है।
बलिया। जिला मुख्यालय पर शहर के बीचोबीच स्थित काजीपुरा वासियों के लिए सिस्टम की लापरवाही के कारण मानसून की पहली बरसात में 'लॉकडाउन' जैसी स्थिति पैदा हो गई है। हालात ये हैं कि लोगों का घरों से निकलना दूभर हो गया है। हर साल पैदा होने वाली इस नारकीय स्थिति को लेकर सिविल कोर्ट में अधिवक्ता अतहर खान ने नगर पालिका के नाम खुली चिठ्ठी फेसबुक पर पोस्ट की है।
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कोरोना काल में साफ-सफाई पर विशेष जोर
विगत कई वर्षों से हर बरसात में काजीपुरा वासी नरक झेलने को मजबूर हो जाते हैं। इस बार भी मोहल्ले में लोगों के घरों तक में पानी घुसने लगा है। कई घरों के लोग मजबूरन बांस का मचान लगाकर निकल पा रहे हैं। कई दोनों से बरसात होने से अब पानी सड़ने भी लगा है, जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ सकता है। जबकि कोरोना काल में साफ-सफाई पर विशेष जोर है। कुल मिलाकर इस मोहल्ले के लोग बरसाती पानी का 'लॉकडाउन' झेल रहे हैं।
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लोग मन मुताबिक कर रहे धन उगाही
अतहर खान ने नगर पालिका के अध्यक्ष व ईओ को संबोधित चिठ्ठी में लिखा है कि पानी निकालने के नाम पर धन उगाही का धंधा चल रहा है। उन्होंने निवेदन किया है कि काजीपुरा में हर साल की भांति इस साल भी घरों में पानी लग गया है। जिससे काजीपुरा वासियों को एक वक्त की रोटी मिल पाना भी संभव नहीं है। नगर पालिका का पम्प लगाकर दलाल किस्म के लोग मन मुताबिक धन उगाही कर रहे हैं। इसकी जानकारी अध्यक्ष या ईओ को नहीं है कि नगर पालिका का पानी निकलने वाली मशीन किस के पास है।
पूछा कि कौन लोग पानी निकाल रहे हैं। अगर आप लोगों की जानकारी में है तो कोई बात नहीं। अगर जानकारी में नहीं है तो ऐसे लोगों पर एफआईआर दर्ज कराएं। उन्होंने मांग किया है कि हमारे दुख को समझने व महसूस कर हमें इससे निजात दिलाएं। काजीपुरा के निवासी अधिवक्ता के द्वारा उठाई गई समस्या पर नपा के ईओ से बात नहीं हो सकी। क्योंकि उन्होंने फोन नहीं उठाया।
रिपोर्टर- अनूप कुमार हेमकर, बलिया
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