मणि मंजरी केस: मामले में नया मोड़, न्यायालय ने दिया ये आदेश
मनियर नगर पंचायत की अधिशासी अधिकारी मणि मंजरी राय के मौत के मामले में न्यायालय ने नगर पंचायत के निवर्तमान अध्यक्ष भीम गुप्ता सहित तीन फरार आरोपियों के विरुद्ध कुर्की की उद्घोषणा जारी कर दिया है ।
बलिया: मनियर नगर पंचायत की अधिशासी अधिकारी मणि मंजरी राय के मौत के मामले में न्यायालय ने नगर पंचायत के निवर्तमान अध्यक्ष भीम गुप्ता सहित तीन फरार आरोपियों के विरुद्ध कुर्की की उद्घोषणा जारी कर दिया है । पुलिस ने मणि मंजरी के लाक मोबाइल फोन को खोलने के लिए कवायद तेज कर दिया है ।
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पुलिस ने तीन फरार आरोपियों के विरुद्ध दबाव बढ़ा दिया है
मनियर नगर पंचायत की अधिशासी अधिकारी मणि मंजरी की मौत के मामले में पुलिस ने आरोपी नगर पंचायत के निवर्तमान अध्यक्ष भीम गुप्ता सहित तीन फरार आरोपियों के विरुद्ध दबाव बढ़ा दिया है । पुलिस ने तीनों आरोपियों के विरुद्ध न्यायालय से गैर जमानती वारंट जारी कराया था , लेकिन वारंट जारी होने के बाद भी आरोपियों ने न्यायालय में आत्मसमर्पण नही किया और न ही पुलिस इनको गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त कर सकी।
इस मामले को लेकर तेज होती सियासत के मध्य पुलिस ने आरोपी नगर पंचायत के निवर्तमान अध्यक्ष भीम गुप्ता, टैक्स लिपिक विनोद सिंह व कम्प्यूटर लिपिक अखिलेश के विरुद्ध सी आर पी सी की धारा 82 के तहत कुर्की की उद्घोषणा के लिए न्यायालय में आवेदन किया था। न्यायालय ने तीनों फरार आरोपियों के विरुद्ध सीआरपीसी की धारा 82 के तहत कुर्की की उद्घोषणा के लिए अनुमति प्रदान कर दिया है।
बलिया शहर कोतवाली प्रभारी विपिन सिंह ने बताया
बलिया शहर कोतवाली प्रभारी विपिन सिंह ने बताया कि न्यायालय की अनुमति मिल गई है तथा कल इसकी विधि के अनुसार उद्घोषणा सम्बन्धी समस्त कार्यवाही की जाएगी । पुलिस ने मणि मंजरी के लाक मोबाइल फोन को खोलने के लिए भी कवायद तेज कर दिया है । लखनऊ व नोएडा के फॉरेंसिक विशेषज्ञों द्वारा हाथ खड़ा कर देने के बाद मणि मंजरी के मोबाइल फोन सम्बन्धी विवरण को अहमदाबाद के फॉरेंसिक विशेषज्ञों को भेजा गया है ।
पुलिस को अब अहमदाबाद के फॉरेंसिक विशेषज्ञों के अभिमत मिलने का इंतजार है। अहमदाबाद के फॉरेंसिक विशेषज्ञों का सकारात्मक रुख मिलने के बाद पुलिस मणि मंजरी का मोबाइल फोन लेकर अहमदाबाद जायेगी । उल्लेखनीय है कि पुलिस ने मणि मंजरी का मोबाइल फोन अपने कब्जे में लिया है । इस मोबाइल फोन का पैटर्न लाक है । पुलिस ने लाक खोलने के लिये स्थानीय स्तर से लेकर लखनऊ व नोएडा तक प्रयास किया , लेकिन पुलिस को मोबाइल फोन को अन लाक करने में सफलता हासिल नही हुआ । पुलिस को इस मोबाइल फोन से मणि मंजरी की मौत की गुत्थी सुलझने की उम्मीद है । पुलिस को अंदेशा है कि इस मोबाइल फोन में कई अहम राज छुपे हो सकते हैं ।
अधिशासी अधिकारी मणि मंजरी राय ने 6 जुलाई फांसी लगायी थी
बताते चले कि मनियर नगर पंचायत की अधिशासी अधिकारी मणि मंजरी राय ने गत 6 जुलाई की रात्रि बलिया शहर में स्थित आवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या किया था । मणि मंजरी ने मौत के समय एक सुसाइड नोट छोड़ा था। जिस पर लिखा था 'सारी भैया, सारी मम्मी पापा'। दिल्ली बनारस हर जगह से खुद को संभालकर आ गई , लेकिन यहां आकर मेरे साथ बहुत छलावा हुआ। मुझे फसाया गया पूरी रणनीति के तहत। मुझे माफ कर दीजिए ।
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गाजीपुर जिले के भांवरकोल थाना क्षेत्र के कनुवान ग्राम के रहने वाले विजया नन्द राय ने घटना के दो दिन बाद बलिया शहर कोतवाली में भारतीय दंड विधान की धारा 306 (आत्महत्या करने के लिए प्रेरित करना ) में मनियर नगर पंचायत अध्यक्ष भीम गुप्ता, सिकंदरपुर नगर पंचायत के मौजूदा अधिशासी अधिकारी संजय राव ,टैक्स लिपिक विनोद सिंह , कम्प्यूटर ऑपरेटर अखिलेश , एक अन्य व कुछ अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था । इस मामले में आरोपी नगर पंचायत के निवर्तमान अध्यक्ष भीम गुप्ता व सिकंदरपुर नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी संजय कुमार राव इलाहाबाद हाईकोर्ट की शरण में पहुँचे हैं । इस याचिका की तरफ सभी की नजर टिकी हुई है ।
अनूप कुमार हेमकर
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