Banda News: राम भरोसे चल रहे अस्पताल, टॉर्च की लाइट में इलाज और अंधेरे में हो रही डिलीवरी

Banda News: बाँदा मुख्यालय स्तिथ महिला जिला अस्पताल का है। जहाँ रात के अंधेरे में मरीजों के तीमारदारों को टार्च लगाकर अपना काम करना पड़ रहा है।

Report :  Anwar Raza
Update: 2022-08-05 05:48 GMT

टॉर्च की लाइट में इलाज 

Banda News: उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश की स्वास्थ व्यवस्था सुधारने का चाहे जितना प्रयास कर ले लेकिन उस आदेश का पालन जमीनी स्तर पर नही हो पा रहा है। ताजा मामला बाँदा मुख्यालय स्तिथ महिला जिला अस्पताल का है। जहाँ रात के अंधेरे में मरीजों के तीमारदारों को टार्च लगाकर अपना काम करना पड़ रहा है। ये कोई पहला मामला नही यहां ये आए दिन यही रोना रोना पड़ता है।

महिला अस्पताल के पास अपना जनरेटर होने के बाद भी जच्चा बच्चा को अंधेरे का सामना करना पड़ता है। जिला अस्पताल स्तिथ महिला चिकित्सालय में जहाँ बिजली के फाल्ट के चलते अक्सर लाइट चली जाती है ऐसे में लोग अंधेरे में इलाज करने को मजबूर हो जाते है। आप देख पा रहे होंगे कि कैसे मोबाइल की टार्च की रोशनी में मरीजों को बाहर से अन्दर लाया जा रहा है। कैसे उमस और गर्मी में बेहाल मरीज़ ऐसे रात गुज़ारने में मजबूर है। महिला अस्पताल में रात को ही प्रसव के लिए महिलाये भी आती है। अब भगवान ही जाने कैसे उनका प्रसव होता है। और जच्चा बच्चा कैसे स्वस्थ रहते है।

जनरेटर होने के बाद भी अँधेरे में मरीज़ 

वही तीमारदार बाबू खा ने बताया की वो अपने घर की डिलीवरी करवाने आया है। पर यहां लाइट नहीं आ रही। जनरेटर होने के बाद भी यहां मरीजों को अंधेरे का सामना करना पड़ता है। टार्च की रोशनी में काम करना पड़ता है। क्या करें? कहा जाए? किस्से कहे? कोई सुनने वाला नहीं है।

वहीं गोएरा मुगली गांव से डिलेवरी लेकर आई चुन्नी ने बताया की अस्पताल में लाइट न होने से महिलाओ को बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। अंधेरे में डिलीवरी करवाना पड़ती है। जिससे जच्चा बच्चा दोनो को ही दिक्कत होती है। ऊपर से ये उमस भरी गर्मी पर अस्पताल में कोई सुविधा नहीं है। जनरेटर होने के बाद भी नही चलाया जाता है।

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