Barabanki News: 'प्रोजेक्ट समृद्धि' से बाराबंकी का हर गांव होगा खुशहाल, ऐसे आएंगे किसानों के ‘अच्छे दिन’

Barabanki News: डीएम अविनाश कुमार ने बताया कि इन कमेटियों में अच्छा काम करने वाले और प्रगतिशील किसान के साथ-साथ कृषि विकास क्षेत्र से जुड़े दूसरे लोग शामिल हैं। जो ‘आओ करके सीखें’ की तर्ज पर किसानों को खेत पर ही बेहतर किसानी के तरीके सिखा रहे हैं।

Update:2023-06-30 16:44 IST
डीएम अविनाश कुमार (Pic: Newstrack)

Barabanki News: बाराबंकी के किसानों की फसलों का उत्पादन अच्छा हो और उनको बेहतर मूल्य मिल सके, इसके लिए बाराबंकी के डीएम अविनाश कुमार ने प्रोजेक्ट समृद्धि के नाम एक खास पहल शुरू की है। इस प्रोजेक्ट के तहत हर गांव में एक किसान को सेलेक्ट किया गया है, जो ‘आगे आओ करके सीखें’ की तर्ज पर अपने साथियों को समृद्धि का रास्ता दिखाएंगे। जिले की प्रत्येक न्याय पंचायत पर एक-एक किसान को मास्टर ट्रेनर के रूप में ट्रेनिंग दी जा रही है। इसमें हर किसान की एक डायरी बनेगी, जिसमें मिट्टी की जांच से लेकर फसलों की बिक्री और पिछले तीन साल का क्रॉप पैटर्न तैयार किया जाएगा।

किसानों की आमदनी बढ़ाना है मकसद

दरअसल, बाराबंकी के जिलाधिकारी अविनाश कुमार के द्वारा प्रोजेक्ट समृद्धि शुरू करने का मकसद किसानों को आधुनिक खेती के तौर-तरीके सिखाना और उनकी आमदनी बढ़ाना है। इसी पहल के तहत डीएम अविनाश कुमार ने अपनी अध्यक्षता और सीडीओ एकता सिंह की निगरानी में जिले के प्रगतिशील किसानों और खेती से जुड़े विभागों के अधिकारियों व विशेषज्ञों की एक 42 सदस्यीय कोर कमेटी बनाई है। 10 वर्किंग कमेटियां जिला स्तरीय अधिकारियों की अध्यक्षता में बनाई गई हैं। जिससे किसानों को प्रशिक्षित कर उनकी मृदा के अनुकूल फसलों का उत्पादन कराया जाए, ताकि जिले के किसानों को खेती-किसानी के नये-नये तरीके सिखाये जा सकें। जिससे कम लागत में उनकी ज्यादा कमाई हो सके।

कम से कम एक एकड़ जमीन होनी चाहिए

प्रोजेक्ट समृद्धि के लिये डीएम ने कुछ अर्हताएं भी तय की हैं। जिसके तहत जिले की 1155 ग्राम पंचायतों में चुने जाने वाले फोकस्ड किसानों के पास कम से कम एक एकड़ जमीन हो। साथ ही नये तरीके से खेती बाड़ी करने में दिलचस्पी हो। इनका मार्गदर्शन करने के लिए न्याय पंचायत स्तर पर मास्टर ट्रेनर किसान सेलेक्ट किये गए हैं। 136 न्याय पंचायतों के लिए किसानों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया है। जिन्हें डीएम अविनाश कुमार समय-समय पर दिशा-निर्देश देते रहेंगे।

समस्याओं के समाधान के लिए बनी कमेटियां

डीएम अविनाश कुमार ने बताया कि इन कमेटियों में अच्छा काम करने वाले और प्रगतिशील किसान के साथ-साथ कृषि विकास क्षेत्र से जुड़े दूसरे लोग शामिल हैं। जो ‘आओ करके सीखें’ की तर्ज पर किसानों को खेत पर ही बेहतर किसानी के तरीके सिखा रहे हैं। वहीं कमेटी में जुड़े अधिकारियों में से जिला उद्यान अधिकारी महेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि किसानों की सभी प्रकार की समस्याओं के समाधान के लिए 11 प्रकार की कमेटियां बनाई गई हैं। जिनमें एक विभागीय अधिकारी, कृषि वैज्ञानिक और एक प्रगतिशील किसान को शामिल किया गया है। प्रमुख रूप से उर्वरक, पेस्टिसाइड, मृदा स्वास्थ्य, रसायन, मार्केट, बीज व्यवस्था, प्रजाति चयन, कृषि लागत गणना, फसलों के अंतरराष्ट्रीय मानक, मिलेट्स उत्पादन, जल प्रबंधन एवं जल उपयोग, फसल विविधीकरण और कृषि डाटा एकत्रीकरण प्रबंधन और उपयोग समितियां शामिल हैं।

वहीं दौलतपुर के प्रगतिशील किसान अमरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जिले के किसानों को केला, टमाटर, आलू, मेंथा, खरबूजा, तरबूज, मिर्च, शिमला मिर्च, आम सहित दूसरी फसलों के बेहतर उत्पादन से जुड़े तरीके बताये जा रहे हैं। इसके अलावा विशेषज्ञ मछली पालन, मुर्गी पालन, बकरी पालन के लिए भी किसानों को प्रेरित कर रहे हैं। जिससे किसानों के लिये समृद्धि के द्वार खोले जा सकें। समृद्धि कार्यक्रम में न्याय पंचायत स्तर पर ट्रेनर और ग्राम पंचायत स्तर पर एक-एक किसान का चयन किया जा रहा है। मृदा के अनुकूल क्रॉप पैटर्न तैयार कर कृषि के लिए प्रेरित किया जाएगा। बाद में इसे सभी किसानों के लिए लागू किया जाएगा।

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