Barabanki: व्यापारी महासम्मेलन में गरजे मंत्री नितिन अग्रवाल, बोलेः सपा सरकार में आजम खान को मिली थी कुंभ की जिम्मेदारी..
Barabanki: मंच से बोलते हुए मंत्री नितिन अग्रवाल ने भाजपा सरकार को व्यापारियों की हितैषी सरकार बताते हुए कहा, “पहले की सरकारों में व्यापारियों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।;
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Barabanki News: जिले के नगर पालिका सभागार में व्यापारी संगठन द्वारा आयोजित व्यापारी महासम्मेलन में प्रदेश के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उनके साथ खाद एवं रसद राज्य मंत्री सतीश चंद्र शर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष अरविंद मौर्य, जिला पंचायत अध्यक्ष राजरानी रावत सहित कई जनप्रतिनिधि और भाजपा पदाधिकारी मौजूद रहे।
मंच से बोलते हुए मंत्री नितिन अग्रवाल ने भाजपा सरकार को व्यापारियों की हितैषी सरकार बताते हुए कहा, “पहले की सरकारों में व्यापारियों को तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। गुंडे-माफियाओं का बोलबाला था, लेकिन अब योगी जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में व्यापारी पूरी तरह सुरक्षित महसूस कर रहा है। सपा सरकार पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी के कार्यकाल में महाकुंभ जैसे पवित्र आयोजन की जिम्मेदारी आजम खान जैसे लोगों को दे दी जाती थी। आप खुद सोचिए जब हिंदुओं के इतने बड़े धार्मिक समागम की कमान आजम खान को दी जाती थी तो आयोजन की तस्वीर क्या होती होगी। लोगों ने उस समय कुंभ में स्नान करने से ही इनकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि यह पानी नहाने योग्य नहीं है।
जब पत्रकारों ने उनसे यह पूछा कि उस समय आप खुद समाजवादी पार्टी में थे तो आपने विरोध क्यों नहीं किया। इस पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि मैंने उस समय भी आवाज उठाने की कोशिश की थी लेकिन मेरी बातों को अनसुना कर दिया जाता था। उस सरकार में विरोध की भी इजाजत नहीं थी। जिन लोगों का महिमामंडन होता था आप सबने देखा है। अच्छा हुआ कि अब हम अपनी विचारधारा वाले दल में हैं। मंत्री ने यह भी कहा कि व्यापारी वर्ग भाजपा के साथ है और आगामी 2027 के विधानसभा चुनाव को लेकर अभी से तैयारियां शुरू हो गई हैं।
उन्होंने कहा कि हमने संकल्प लिया है कि 2027 में तीसरी बार पूर्ण बहुमत से भाजपा की सरकार बनाएंगे। आगरा में करणी सेना के कार्यकर्ता द्वारा अखिलेश यादव को लेकर दिए गए विवादित बयान पर मंत्री नितिन अग्रवाल से पूछा गया तो उन्होंने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं इस तरह की टिप्पणी को उचित नहीं मानता। लेकिन समाजवादी पार्टी के एक सांसद ने भी बहुत ही आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिस पर न तो कोई कार्रवाई हुई और न ही पार्टी नेतृत्व ने कोई स्पष्टीकरण दिया। मुझे लगता है कि ऐसे सांसद को माफी मांगनी चाहिए।