Barabanki News: विश्व पर्यावरण दिवस पर नई पहल, 30 साल पुराने वृक्षों पर लगेगा QR कोड

Barabanki News: 30 वर्षों से पुराने सभी पेड़ों को सुरक्षित रखने और संजोने के लिए नई पहल के तहत क्यूआर कोड के माध्यम से जोड़ा जाएगा।

Report :  Sarfaraz Warsi
Update: 2024-06-05 10:47 GMT

विश्व पर्यावरण दिवस पर शुरु किया गया नया अभियान। (Pic: Newstrack)

Barabanki News: विश्व पर्यावरण दिवस पर बाराबंकी में जिलाधिकारी द्वारा एक सराहनीय मुहिम की शुरुआत की गई है। इस मुहिम में जिले के वृक्षों पर क्यूआर कोड लगाया जाएगा। विश्व पर्यावरण दिवस के दिन शुरू की गई इस मुहिम में वन विभाग ने बाराबंकी शहर के 12 विरासत पेड़ों को चिन्हित करते हुए उन पर क्यूआर कोड लगाया गया। इस मुहिम के तहत जिले में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। इस कंट्रोल रूम पर कोई भी व्यक्ति फोन करके 30 वर्ष से अधिक उम्र के वृक्षों की जानकारी देकर उसे विरासत वृक्ष के रूप में टैग करवा सकता है।

क्यूआर कोड के माध्यम से मिल सकेगी जानकारी

बाराबंकी जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर बाराबंकी में वन विभाग द्वारा एक मुहिम शुरू की गई है। इस मुहिम में 30 वर्ष से अधिक उम्र के वृक्षों को विरासत वृक्ष के रूप में चिन्हित करते हुए उन पर क्यूआर कोड लगाया जाएगा। इस क्यूआर कोड के माध्यम से यहां की पब्लिक उस वृक्ष के बारे में जान पाएगी। जिलाधिकारी ने बताया कि अभी प्रथम चरण में यहां शहर और पूरे जनपद के 30 वर्ष से अधिक उम्र के पेड़ हैं उन्हें हम लोग साइंस के साथ जोड़ेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि इसमें एक कैंपेन शुरू हो रहा है जिसमें हम किसी भी 30 वर्ष से अधिक उम्र के वृक्ष को टैग करना चाहते हैं विरासत वृक्ष के रूप में तो यहां पर एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। यहां पर सूचित करेंगे तो वहां जाकर वृक्ष की टैगिंग की जा सकती है। 

प्रति आदमी के हिसाब से 122 पेड़

वहीं बाराबंकी डीएफओ आकाशदीप बंधवान ने जनपद वासियों को विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं देते हुए बताया कि जिलाधिकारी महोदय द्वारा आज विश्व पर्यावरण दिवस पर एक मुहिम की शुरूवात की गई है। उन्होंने बताया कि बढ़ते तापमान को देखते हुए बताया गया है कि प्रति आदमी के हिसाब से 122 पेड़ होने चाहिए। इस हिसाब से जितने भी हमारे 30 साल से पुराने पेड़ हैं उन्हें इस मुहिम में लिया जाएगा और उन पर एक विरासत वृक्ष के रूप में क्यूआर कोड लगाया जायेगा। डीएफओ आकाशदीप बंधवान ने आगे बताया कि स्पेशली यूथ हमारे मोबाइल बहुत यूज करते हैं, तो इस क्यूआर कोड से उन्हें सारी इनफार्मेशन मिल पाएगी।

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