Bhadohi News: या हुसैन की सदाओं के बीच निकला दशवी मोहर्रम यौमे असूरा का जुलूस
Bhadohi News: जूलस के साथ अखाड़े के लोगों ने कर्बला पहुच कर ताजिए को सुपुर्देखाक किया। शेख सलामत अलि खां अखाड़े द्वारा निकाले जुलूस मे 21 ताजिए शामिल रहे, एक बजे तक कर्बला पहुच कर सभी ताजिए को सुपुर्दे खाक किए गए।
Bhadohi News: कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत गोपीगंज नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में यौमे असूरा दशवी मोहर्रम का जुलूस अकीदत व एहतराम के साथ निकाला गया।जुलूस के रुप मे गिराई स्थित कर्बला पहुच कर इमाम चौक पर रखे गए ताजिए सुपुर्देखाक किए गए । गोपीगंज नगर मे नवी मोहर्रम के दिन देर शाम इमाम चौक पर ताजिए रख कर नजरों नियाज का क्रम शुरु हुआ। जो देर रात तक जारी रहा दसवी मोहर्रम को यौमे असूरा का जुलूस निकाला गया । जुलूस में शामिल अकीदत मंद या हुसैन की सदाएं बुलंद कर रहे थे।
पहला जुलूस नगर के चुडि़हारी मोहाल से अखाड़ा शेख सलामत अलि खां की ओर से निर्धारित समय पर निकाला गया । जिसमें मेवड़ापुर व सोनिया तालाब से सुन्नत कमेटी अखाड़ा के साथ अमवा के ताजियादार अपने अपने ताजिए के साथ शामिल हुए ।दूसरा जुलूस धूम खां अखाड़ा पश्चिम मोहाल से निकाला गया । जिसमे भगवतपुर, गिराई, कौलापुर, डेरवा , बरजी, मूलापुर से निकाला गया जुलूस शामिल रहा। ढोल तासा के साथ निकाले गये जुलूस में शामिल लोगों ने नगर का भ्रमण किया। जुलूस मे सभी इमाम चौक के ताजियादार अलम व दुलदुल व ताजिए के साथ शामिल हुए। जुलूस मे चल रहे अखाड़े के खिलाड़ी फन ए सिपहगिरी कला का प्रदर्शन कर रहे थे।
जूलस के साथ अखाड़े के लोगों ने कर्बला पहुच कर ताजिए को सुपुर्देखाक किया। शेख सलामत अलि खां अखाड़े द्वारा निकाले जुलूस मे 21 ताजिए शामिल रहे, एक बजे तक कर्बला पहुच कर सभी ताजिए को सुपुर्दे खाक किए गए ।देर शाम कर्बला पहुचा जुलूस मे महिलाओं पुरुषों की भीड़ उमड़ पड़ी थी। सुरक्षा व्यवस्था के दृष्टिगत बड़ी संख्या में पुलिस के जवान मुस्तैद नजर आये। नगर पालिका परिषद की ओर से सफाई पेयजल आदि की विशेष व्यवस्था की गई थी। शेख सलामत अलि खां के जुलूस मे अखाड़े दार सरवर खां, हाजी लाल मोहम्मद, मुमताज, बल्ला हाशमी, माबूद खां, मजहरल्लाह उर्फ गुड्डू, सभासद संतोष बघेल, एनुलहक, आशू खान, गुलाम मुस्तफा, अफरोज अली व पप्पू आदि शामिल रहे धूम खां के जुलूस मे अखाड़ेदार मोहम्मद हनीफ भटनागर भरतलाल हैदर अली रिजवान सैफ अल्तास पिंटू सभासद गुलशेर अली पप्पू फारूकी मोहम्मद नसीम के साथ नगर व ग्रामीण क्षेत्र के ताजियादार शामिल रहे।