Bhai Dooj 2023: धूमधाम से मनाया गया भाई दूज का पर्व, बहनों ने भाईयों के लिए रखा उपवास
Bhai Dooj 2023: भाइयों की लंबी उम्र की कामना को लेकर ग्रामीण इलाकों में काफी उत्साह देखने को मिला। यहां बहनों ने गाय के गोबर से तरह-तरह की आकृति बनाकर भाई के नाम पर गोधन कूटा और दुश्मनों से रक्षा करने की भगवान से प्रार्थना किया।
Siddharthnagar News: बहन-भाई के अटूट प्रेम का प्रतीक भैया दूज का पर्व हर्षोल्लास के साथ परंपरागत तरीके से मनाया गया। भाइयों की लंबी उम्र की कामना को लेकर ग्रामीण इलाकों में काफी उत्साह देखने को मिला। सुबह से ही महिलाओं में काफी उत्साह दिखा। यहां बहनों ने गाय के गोबर से तरह-तरह की आकृति बनाकर भाई के नाम पर गोधन कूटा और दुश्मनों से रक्षा करने की भगवान से प्रार्थना किया। भाई दूज के दिन घर पर भाई के आगमन के साथ ही बहनों ने ईश्वर से उनके दीर्घायु होने की कामना की। इसके बाद तिलक लगाकर उनकी आरती उतारी।
रिपोर्ट – इंतजार हैदर
Moradabad News: जिला कारावास में बंदियों की बहनों ने अपने भाईयों से मुलाकात कर भाई दूज मनाया। बहनों ने भाईयों को तिलक लगाकर कर उनके सुखमय जीवन और लंबी उम्र की कामना की। जेल प्रशासन ने बंदियों के साथ भैया दूज मनाने के लिए आने वाली बहनों को सुविधा उपलब्ध कराई और पूजा व तिलक के लिए आवश्यक सामग्री दिलाने में सहयोग किया।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीपी सिंह ने बताया कि करीब 800 बहनों ने भैया दूज पर जेल में बंद अपने भाईयों को तिलक लगाकर खुशियां साझा की। जेल प्रशासन की ओर से व्यवस्थित तरीके से बंदियों से मुलाकात का इंतजाम किया गया। इस दौरान भाइयों को टीका लगाने वाली बहनों का सुबह से ही जेल में तांता लगा रहा।
रिपोर्ट – सुधीर गोयल
Unnao News- उन्नाव जिला कारागार में जेलों की चार दीवारों में बंद भाई दूज के त्यौहार पर सैकड़ों बहनों का प्यार दिखा। सुबह से ही बहने अपने भाइयों से मिलने के लिए कारागार के बाहर पर्ची काउंटर पर पहुंच गई थी। 250 से अधिक महिलाओं ने आज अपने भाइयों से जेल में भाई दूज के मौके पर मुलाकात की, साथ ही जिला कारागार में बड़ी संख्या में बहनें अपने भाई से मिलने पहुंची और उन्हें देखते ही भावुक हो गईं। वंही बहनों के आंसू छलक पड़े तो भाइयों की आंखें भी गीली हो गईं, बहनों ने भाई के माथे पर तिलक लगाया।
भाइयों ने बहनों की रक्षा का वादा कर घर के हाल चाल लिए। पर्ची काउंटर सुबह 7:00 से खुल गई थी यहां पर बड़ी संख्या में बहने लाइन लगाकर अपने नंबर का इंतजार कर रही थी पर्ची काउंटर का बंद होने का समय 2:00 बजे का था। हालांकि जिला जेल प्रशासन ने सभी बहनों को अपने भाइयों से मुलाकात का मौका दिया किसी भी बहन को बिना मिले नहीं जाने दिया गया। वंही भाई और बहन की भावनाओं को ध्यान रखते हुए उन्नाव जिला कारागार प्रशासन ने उनकी मिलाई के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए है।
रिपोर्ट – शहबान मलिक
Kannauj News: कन्नौज मे भाई दूज का पर्व जिला कारागार में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इसके दृष्टिगत कारागार में 459 महिला मुलाकातियों की 262 पुरूष बंदियों से मुलाकात करायी गयी। मुलाकातियों के साथ 219 बच्चे भी साथ में आये। उक्त पर्व पर कारागार स्तर से कारागार के अन्दर कैम्प लगाकर बैठने की समुचित व्यवस्था की गयी। कारागार स्तर से मनाये गये भाई दूज के पर्व का जेल अधीक्षक द्वारा भी पर्यवेक्षण किया गया।
महिला मुलाकातियों से भी वार्ता कर मुलाकात में किसी भी प्रकार की होने वाली समस्याओं के सम्बन्ध में पूछताछ की गयी परन्तु उनके द्वारा मुलाकात में किसी भी प्रकार कोई परेशानी नहीं बतायी गयी। कारागार के अन्दर भी बंदियों से पूछताछ की गयी। कार्यक्रम के समापन पर जेल अधीक्षक प्रमोद कुमार त्रिपाठी द्वारा अपने उद्बोधन में सभी बंदियों को अनुशासन के साथ शान्तिपूर्वक रहने का संदेश दिया गया। उक्त कार्यक्रम के दौरान मुलाकातियों एवं बंदियों में अति उत्साह देखा गया।
रिपोर्ट – पंकज श्रीवास्तव
Bulandshahr News: यूपी के बुलंदशहर की जिला कारागार में भईया दूज पर्व को धूम रही। दिन भर जेल में बंद बंदी भाईयो का मंगल तिलक करने पहुंची बहनों को जेल में भाईयो से मुलाकात कराकर भईया दूज पर्व मनवाया गया। बुलंदशहर जेल के अधीक्षक आरके जयसवाल ने बताया कि मंगलवार को भैया दूज का पर्व जिला कारागार बुलन्दशहर में बड़े ही उत्साह एवं उमंग के साथ मनाया गया।
जिला प्रशासन एवं कारागार प्रशासन द्वारा कारागार में निरूद्ध बंदियों से मिलने के लिए आई 1888 बहनों की भाईयो से मुलाकात के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल, हेल्प डेस्क की व्यवस्था की गई थी। मुलाकातियों के लिए कारागार के मुख्य द्वार के बाहर कैम्प लगाकर बैठने की व्यवस्था, पेयजल, कोल्डड्रिक एवं स्वल्पाहार की व्यवस्था की गई। इस दौरान कारागार प्रशासन द्वारा जेल में निरुद्ध भाईयो का मंगल तिलक कर उनकी दीर्घायु की बहनों ने कामना की चने, बताशे और मिठाई दी।
रिपोर्ट – संदीप तायल