भाजपा के आईटी सेल में बढ़ी हलचल, चुनावी नतीजों के बाद पार्टी ने बनाई नई रणनीति

Update: 2018-12-21 06:28 GMT
भाजपा के आईटी सेल में बढ़ी हलचल, चुनावी नतीजों के बाद पार्टी ने बनाई नई रणनीति

रजत राय

लखनऊ। हाल में आए विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद प्रदेश में भाजपा के आईटी सेल की गतिविधियां बढ़ गयी हैं। मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में चुनावी झटका खाने के बाद भाजपा सतर्क हो गयी है। 2014 के लोकसभा चुनाव के पहले हर राज्य में आईटी सेल की स्थापना हुई थी और ये बात सभी मानते हैं कि नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने में सोशल मीडिया का बहुत बड़ा हाथ था। 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में भी प्रदेश भाजपा के आईटी सेल ने युद्ध स्तर पर काम किया था। उस वक्त प्रदेश कार्यालय के वार रूम में करीब 25 युवा प्रोफेशनल्स थे जो चौबीसों घंटे काम करते थे। इसके अलावा पार्टी ने 2000 प्रोफेशनल्स की टीम वाला एक कॉल सेंटर भी ले रखा था जो अमौसी हवाई अड्डे के पास था।

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आईटी टीम को बड़ा करने पर विचार

2017 के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद भी भाजपा की ये टीम उसी ऊर्जा से काम करती रही और आज पार्टी के आईटी सेल में प्रोफेशनल्स की संख्या 60 के ऊपर पहुंच चुकी है। हाल के नतीजों के बाद न सिर्फ इस टीम को और बड़ा करने का विचार किया जा रहा है बल्कि कार्यालय में उस जगह के विस्तार की भी योजना है जहां ये टीम काम करती है। कॉल सेंटर की क्षमता भी बढ़ाने पर विचार चल रहा है और बहुत जल्द प्रोफेशनल्स की टीम का विस्तार होगा।

सरकार की नीतियों का प्रचार

आईटी विभाग के इंचार्ज संजय राय ने बताया कि हमारी आईटी टीम और कॉल सेंटर पर काम कर रहे युवाओं का मुख्य काम केंद्र और प्रदेश सरकार की नीतियों का प्रचार-प्रसार करना और सोशल मीडिया पर हो रही गतिविधियों पर नजर रखना होता है। हमें सोशल मीडिया जैसे व्हाट्सएप, ट्विटर, फेसबुक इत्यादि प्लेटफार्मों पर चले रहे भ्रामक और दुष्प्रचार वाली गतिविधिओं पर नजर रखना और उनका जवाब देना होता है। पार्टी के हर बूथ स्तर तक पांच कार्यकर्ता/ वॉलन्टीयर हैं जो विभिन्न तरह के व्हाट्सएप ग्रुप चलाते हैं। इनका काम लोगों और वोटरों को ग्रुप से जोडऩा और ग्रुप पर सरकार की नीतियों और पार्टी का प्रचार प्रसार करना और लोगों को पार्टी से जोडऩा होता है।

हर जिले में होगी कार्यशाला

उन्होंने बताया कि नतीजों के बाद बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं और वॉलन्टीयर की संख्या में वृद्धि करने का निर्णय लिया गया है और जिला कार्यालयों को इस सम्बन्ध में निर्देश जारी किए गए हैं। 20 से 30 दिसम्बर तक हर जिले में कार्यशाला का आयोजन होगा जिसमे बूथ लेवल के कार्यकर्ता भाग लेंगे। इसके बाद 5 से 15 जनवरी तक हर लोकसभा क्षेत्र में आईटी सेल की बैठक होगी जिसमें हर सेक्टर, मंडल, विधानसभा यूनिट के आईटी सेल के पदाधिकारी हिस्सा लेंगे। इसमें हमारा लक्ष्य होगा कि जिले के आकार और वोटर संख्या के हिसाब से 2500 से 5000 कार्यकर्ता भाग लें। यहां उन्हें पार्टी के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के कंटेंट और सोशल मीडिया में पार्टी के प्रभाव के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा और सोशल मीडिया के प्रभावी इस्तेमाल करने के तरीकों की जानकारी दी जाएगी।

सोशल मीडिया के प्रभावी इस्तेमाल की योजना

श्री राय के मुताबिक फरवरी में सभी विधानसभा क्षेत्रों के बूथ स्तर के आईटी विभाग के कार्यकर्ताओं और मेम्बरों का एक बड़े स्तर पर सम्मलेन करने की योजना है जिसमे सोशल मीडिया विशेषज्ञों और आईटी प्रोफेशनल्स को भी आमंत्रित किया गया है। इस सम्मलेन में सूचनाओं और विचारों का आदान प्रदान होगा और प्रोफेशनल्स और विशेषज्ञ हमारे कार्यकर्ताओं और मेम्बरों की दुविधाओं और सवालों का भी समाधान करेंगे। 2019 के लिए हमारा लक्ष्य सोशल मीडिया को और भी प्रभावी तरीके से इस्तेमाल करने का है ताकि इस बार का परिणाम 2014 से भी अच्छा हो।

 

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