कमर कस रही है BJP की सोशल मीडिया विंग, बूथ स्तर से होगा विपक्षी दलों पर हमला
बूथ स्तर तक सोशल मीडिया विंग फैलाने के लिए भाजपा ने 200 पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की टीम तैनात की है। इसमें 100 पदाधिकारी और कार्यकर्ता सोशल मीडिया विंग से हैं। पदाधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जा रही है और बैठकों का सिलसिला जारी है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश चुनावों में सियासी दलों के आईटी सेल अब तक सिर्फ केंद्र और प्रदेश मुख्यालय पर ही काम करते रहे हैं। लेकिन, इसी तर्ज पर अब जिलों में भी आईटी सेल स्थापित किए जा रहे हैं। भाजपा ने एक कदम आगे रहते हुए इसकी शुरूआत भी कर दी है। पार्टी में बूथ स्तर तक सोशल मीडिया टीम बनाने की तैयारी चल रही है। भाजपा के सोशल मीडिया विंग अब इस तर्ज पर बूथ स्तर से विरोधी दलों पर हमला करेगी।
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टीम तैयार
-बूथ स्तर तक सोशल मीडिया विंग फैलाने के लिए भाजपा ने 200 पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं की टीम तैनात की है।
-इसमें 100 पदाधिकारी और कार्यकर्ता सोशल मीडिया विंग से हैं। पदाधिकारियों की जिम्मेदारी तय की जा रही है और बैठकों का सिलसिला जारी है।
मजबूत हो रहा है सोशल मीडिया
-संगठन में अब तक युवा मोर्चा, महिला मोर्चा और किसान मोर्चा ही सक्रिय भूमिका में दिखते रहे हैं।
-लेकिन यूपी चुनाव की आहट के साथ ही पार्टी में सोशल मीडिया विंग भी मजबूत की जा रही है।
-पार्टी नेताओं का कहना है कि आगामी चुनाव को लेकर इस विंग की जिम्मेदारियां भी तय हो रही हैं।
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मंडलीय कार्यशाला
-कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने के लिए पार्टी का आईटी सेल अक्टूबर से मंडल स्तर पर कार्यशाला शुरू करने जा रहा है।
-पार्टी नेताओं का कहना है कि अगले दो महीनों में प्रदेश भर में बूथ स्तर तक के कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग देने का लक्ष्य है।
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हर विधानसभा की फेसबुक आईडी
-चुनाव को देखते हुए हर विधानसभा क्षेत्र की एक फेसबुक आईडी बनाई जाएगी।
-यह आईडी पार्टी मुख्यालय से बनाकर दी जाएगी।
-इन फेसबुक अकाउंट्स को जिलों से संचालित किया जाएगा।
-इसके अलावा हर विधानसभा में सेक्टर बनाए जा रहे हैं, जिसकी जिम्मेदारी संयोजक पर होगी।
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बनेगा नेटवर्क
-एक विधानसभा में 15 से 20 वार्डों पर एक संयोजक और दो सहसंयोजक होंगे।
-मंडल में एक संयोजक और दो सहसंयोजक होंगे।
-शहरी क्षेत्रों में 5 वार्डों पर एक संयोजक होगा।
-तीन न्याय पंचायतों को मिलकार एक सेक्टर बनाया जाएगा।
-हर सेक्टर में एक संयोजक नियुक्त होगा।
(फोटो साभार:इकॉनॉमिक्सटाइम्स)