Etah News: रुपये वसूलने को लेकर मारपीट में ठेकेदार की मौत, भाजपा नेता पर हत्या का आरोप

Etah News: पैसा न लौटा पाने पर भाजपा नेता ने अपने गुंडों की मदद से मजदूर ठेकेदार को उसके घर से जबरन उठवा लिया और मारपीट कर टार्चर किया। जिसके चलते उसकी मौत हो गई ।

Report :  Sunil Mishra
Published By :  Monika
Update: 2021-09-10 10:18 GMT

भाजपा नेता पर हत्या का आरोप 

Etah News: जनपद के थाना मलावन क्षेत्र में एक भाजपा नेता पर मजदूर ठेकेदार से रुपये वसूलने को लेकर मारपीट करने व गंभीर चोटे लग जाने से उपचार के दौरान उसकी मौत हो जाने का आरोप लगा है। मृतक के भान्जे ताजुददीन ने बताया कि पुरा सेंथरी स्थित भट्टे मालिक व भाजपा नेता द्वारा मेरे भाई अलाउद्दीन निवासी फफोतू थाना रिजोर को भटटे की लेबर के लिए पैसे दिए गए थे। लेबर को काम पर लाने के लिए दो लाख रुपये एडवांस दिये थे। लेबर के काम पर न आने और रुपये एडवांस ले लेने से नाराज भाजपा नेता द्वारा ठेकेदार से सूद समेत पैसे वापस देने का दबाव बनाया था। पैसा न लौटा पाने पर भाजपा नेता ने अपने गुंडों की मदद से मजदूर ठेकेदार को उसके घर से जबरन उठवा लिया और मारपीट कर टार्चर किया। फिर परिजनों से रुपये वसूलने के बाद छोड़ दिया। मारपीट में लगी गंभीर चोटों के बाद उसकी उपचार के दौरान आज मौत हो गई।

आपको बताते चलें कि जनपद के पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष व मैनपुरी जनपद प्रभारी तथा भट्टा स्वामी दिनेश वशिष्ठ पर गंभीर आरोप लगाते हुए मृतक के भाई ने बताया कि उसका भाई अलाउद्दीन पुत्र रतन अली निवासी फफोतू थाना रिजोर को भाजपा नेता दिनेश वशिष्ठ व नबवी उर्फ नवीन पुत्र सिपाही लाल घर से 28 तारीख को बुलाकर ले गए थे। जिसके बाद उन्होंने भाई को बंधक बनाकर 5 दिनों तक उसके साथ बेरहमी से मारपीट की। जिससे उसकी तबियत खराब हो गई। उसे परिजनों ने उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया वही उपचार के दौरान अलाउद्दीन ने दम तोड़ दिया।

रुपये वसूलने को लेकर मारपीट

जबरन उठा ले गए थे लोग 

मृतक के भाई ने यह भी बताया कि भट्टे की लेबर के लिए भाई को दिनेश वशिष्ठ ने डेढ़ लाख रुपए दिए थे जिसके बाद वह पैसे भाई द्वारा मजदूरों में बांट दिए गए लेकिन दिनेश वशिष्ठ द्वारा लगातार भाई पर पैसे देने का दबाव बनाया गया। जिसके चलते मजदूरों में बटा हुआ पैसा देने के लिए भाई ने समय मांगा। लेकिन गांव के ही नबवी उर्फ नवीन व भट्टा स्वामी भाजपा नेता दिनेश चंद्र वशिष्ठ ने उसे कोई समय नहीं दिया। भाजपा नेता अपने पांच छह साथियों के साथ 28 जुलाई को आये और जबरन भाई को घर से उठा कर ले गये तो भाजपा नेता द्वारा परिजनों से दो लाख 30 हजार रुपये सूद समेत वापस करने के बाद ही भाई को 3 सितंबर को छोड़ दिया गया। लेकिन इस बीच लगातार की गई मारपीट से उसकी हालत बिगड़ गई जिसके बाद उसे जनपद के जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। जहां उसने बुधवार की रात दम तोड़ दिया फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया है।

भाजपा नेता ने खुद पर लगे आरोपों गलत बताया

भाजपा नेता दिनेश वशिष्ठ ने अपने ऊपर लगाये गए सभी आरोप निराधार एवं एक षड्यंत्र बताये हैं। उन्होंने कहा कि अलाउद्दीन गलत तरीके से मजदूरो को दिये गये पैसो की वसूली कर रहा था तो उसे बुलाकर सकीट के एक गांव में सही साबित कराया गया उसने पैसा लेना स्वीकार भी किया वह न मेरे भटटे का मजदूर था और न पहले कभी रहा था । वह मेरे मुनीम से लेबर लाने के लिये पैसे ले गया था। उसने एक तारीख को हमारे पैसे भट्टे पर वापस कर दिये थे मेरी उससे मुलाकात तक नही हुई है मारपीट गाली-गलौज तो काफी बडी बात है। मेरे विरोधियों दाृरा मेरी छवि धूमिल करने के लिए यह आरोप लगाया जा रहा है।

मृतक के परिजन 

राजनैतिक गलियारों में खलबली 

प्रभारी निरीक्षक सीताराम सरोज द्वारा रिपोर्ट दर्ज कर जांच किये जाने की जानकारी दी गई है। वही भाजपा नेता का नाम हत्या के मामले में आने से राजनैतिक गलियारों में खलबली का माहौल बना हुआ है। जनपद के जिला चिकित्सालय पर सपा के नेताओं का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है वहीं भारी संख्या में पुलिस बल को जिला चिकित्सालय पर तैनात कर दिया गया है।

Tags:    

Similar News