UP पंचायत चुनाव: पार्टी सदस्यता को लेकर सख्त मायावती, दिये ये कड़े निर्देश

बसपा अध्यक्ष मायावती ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि "भाजपा को शक्तिशाली बनाने और मजबूती के साथ सरकार बनवाने में सबसे बड़ी कसूरवार कांग्रेस और उनकी गलत तथा जनविरोधी नीतियां हैं। इन नीतियों का मुकाबला करने में बसपा पूरी तरह सक्षम है।"

Update: 2021-03-11 09:32 GMT
UP पंचायत चुनाव: पार्टी सदस्यता को लेकर सख्त मायावती, दिये ये कड़े निर्देश

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के लिए प्रदेश में 20 मार्च के बाद राज्य चुनाव आयोग कभी भी पंचायत चुनाव के लिए मतदान की तिथियों की घोषणा कर सकता है। यह जानकारी पंचायती राज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी ने दी है। बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं को तैयारियां तेज करने के साथ बसपा अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को पार्टी के लिए सदस्यता अभियान को और तेजी से चलाने की हिदायत दे दी है।

भाजपा के मजबूत और शक्तिशाली होने की जिम्मेदार कांग्रेस

बसपा अध्यक्ष मायावती ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि "भाजपा को शक्तिशाली बनाने और मजबूती के साथ सरकार बनवाने में सबसे बड़ी कसूरवार कांग्रेस और उनकी गलत तथा जनविरोधी नीतियां हैं। इन नीतियों का मुकाबला करने में बसपा पूरी तरह सक्षम है।"

बीते माह जारी हुई जिला व मंडल स्तरीय समीक्षा बैठकों के बाद बुधवार को बसपा प्रमुख मायावती ने संगठन के कार्यकर्ताओं को राजनीति का मतलब समझाने के साथ भाजपा के मजबूत और शक्तिशाली होने का कारण कांग्रेस को बता दिया। उन्होंने कहा कि यह सभी को पता है कि हर पार्टी के सामने उतार-चढ़ाव आते रहते हैं

उन्होंने कहा कि आज़ादी के बाद लगभग 70 वर्षों तक गायब रहने वाली भाजपा अब सत्तासीन जनसंघ/भाजपा की साम्प्रदायिकता व घिनौनी, जनविरोधी एवं जातिवादी नीतियां पूर्ण रूप से कांग्रेस सरकारों की तरह चरम पर हैं। ऐसा किसने सोचा था? आज भाजपा अगर शक्तिशाली व सत्तासीन है तो इसके लिए सबसे बड़ी ज़िम्मेदार तथा कसूरवार कांग्रेस पार्टी और उसकी गलत तथा जनविरोधी नीतियां हैं।

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भारत के लोकतंत्र के लिए अति-दुर्भाग्यपूर्ण- मायावती

बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने केंद्र की भाजपा और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि केन्द्र व उत्तर प्रदेश की सरकार जन, समाज व देशहित को पीछे छोड़कर अपनी शक्तियों का दुरुपयोग करके अपने विरोधियों की आवाज दबाने में लगी हुई हैं, जो भारत के लोकतंत्र के लिए अति-दुर्भाग्यपूर्ण है और यह बात हर तरफ एक बड़ी चिंता का विषय बना हुआ है।

 

कांशीराम जयंती पहले की तरह मनाने का फैसला लिया गया

बहुजन समाज पार्टी की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया कि चुनाव आदि की तैयारी के सम्बन्ध में गत पांच फरवरी को शुरू की गईं मण्डल व ज़िलावार समीक्षा बैठकों का पहला दौर बुधवार को समाप्त हो गया। इस दौरान उत्तर प्रदेश के सभी 18 मण्डल व 75 ज़िलों के पार्टी पदाधिकारियों ने अपनी-अपनी कमेटी की गतिविधियों से संबंधित विस्तृत रिपोर्ट पार्टी प्रमुख को पेश की।

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बयान में कहा गया है कि इन समीक्षा बैठकों में बी.एस.पी. मूवमेन्ट के जन्मदाता व पार्टी संस्थापक कांशीराम की 15 मार्च को होने वाली जयंती से संबंधित कार्यक्रम पहले की तरह मनाने का फैसला लिया गया।

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