Shaista Parveen News: शाइस्ता परवीन पर बसपा नेता का बड़ा बयान, अतीक की पत्नी को अभी भी पार्टी की सदस्य बताया,दोष सिद्ध होने पर होगा एक्शन
Shaista Parveen News: बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने कहा कि शाइस्ता परवीन को अभी तक बसपा से नहीं निकाला गया है। शाइस्ता अभी तक पार्टी में ही हैं। हालांकि उन्हें पार्टी में कोई पद नहीं दिया गया है। बसपा विधायक ने कहा कि दोष सिद्ध होने पर उन्हें पार्टी से निकालने की कार्रवाई की जाएगी।
Shaista Parveen News: माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन को लेकर बसपा विधायक उमाशंकर सिंह ने बड़ा बयान दिया है। शाइस्ता परवीन की बसपा में स्थिति को स्पष्ट करते हुए बसपा नेता ने कहा कि प्रयागराज में मारे गए अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता अभी भी बसपा में ही हैं। उन्होंने कहा कि यदि शाइस्ता परवीन के खिलाफ दोष सिद्ध होता है तो उन्हें पार्टी से निकाल दिया जाएगा।
पिछले विधानसभा चुनाव में बसपा के टिकट पर जीतने वाले एकमात्र विधायक उमाशंकर सिंह का यह बयान काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। प्रयागराज में हुए बहुचर्चित उमेश पाल हत्याकांड में शाइस्ता परवीन भी आरोपी है। शाइस्ता पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया है। पुलिस और एसटीएफ की टीमें शाइस्ता की तलाश में जुटी हुई हैं मगर अभी तक उसे गिरफ्तार करने में कामयाबी नहीं मिल सकी है।
शाइस्ता के साथ बसपा की सहानुभूति
बलिया की रसड़ा सीट से विधायक उमाशंकर सिंह ने कहा कि शाइस्ता परवीन को अभी तक बसपा से नहीं निकाला गया है। शाइस्ता अभी तक पार्टी में ही हैं। हालांकि उन्हें पार्टी में कोई पद नहीं दिया गया है। बसपा विधायक ने कहा कि दोष सिद्ध होने पर उन्हें पार्टी से निकालने की कार्रवाई की जाएगी। अभी तक उनके खिलाफ दोष सिद्ध नहीं हो सका है और पार्टी को शाइस्ता के साथ सहानुभूति है।
बसपा नेता ने कहा कि हमने अतीक अहमद को नहीं बल्कि शाइस्ता परवीन को बसपा में ज्वाइन कराया था। बसपा की ओर से शाइस्ता को प्रयागराज में मेयर का चुनाव लड़ाने की तैयारी थी मगर तब तक उमेश पाल हत्याकांड हो गया। उन्होंने इस हत्याकांड की निंदा करते हुए कहा कि उमेश पाल के परिजनों ने शाइस्ता के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है। तब से पुलिस अभी तक शाइस्ता को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
निर्दोष के खिलाफ कार्रवाई नहीं करती बसपा
उन्होंने कहा कि बसपा का मानना है कि जब तक शाइस्ता के खिलाफ आरोप सिद्ध नहीं हो जाता तब तक वे हमारी पार्टी में ही हैं। हत्याकांड में उनकी संलिप्तता सिद्ध होने पर पार्टी की ओर से उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। हमारी पार्टी में निर्दोष पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती। वैसे बसपा विधायक ने यह भी स्पष्ट किया कि हाल-फिलहाल पार्टी का शाइस्ता से कोई संपर्क नहीं है।
उन्होंने कहा कि शाइस्ता परवीन इन दिनों फरार हैं और जब पुलिस और एसटीएफ की टीमें शाइस्ता को नहीं खोज पा रही हैं तो हमारा शाइस्ता से संपर्क कैसे हो सकता है। शाइस्ता की तलाश में पुलिस और एसटीएफ की टीमों की ओर से लगातार विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की जा रही है मगर अभी तक शाइस्ता को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।
अखिलेश के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया
सपा मुखिया अखिलेश यादव की ओर से बसपा को भाजपा की बी टीम बताए जाने पर बसपा नेता ने तीखी प्रतिक्रिया जताई। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव के पास बसपा को बदनाम करने के अलावा कोई मुद्दा नहीं है। उन्होंने कहा कि 2017 में प्रदेश में भाजपा की सरकार का गठन होने के बाद अखिलेश यादव की ओर से कराए गए महत्वपूर्ण कार्यों की जांच का काम सीबीआई और ईडी को सौंपा गया था। उसी समय आजम खान के खिलाफ भी जांच पड़ताल शुरू की गई थी।
भाजपा और अखिलेश की मिलीभगत का खुलासा इसी बात से हो जाता है कि जांच एजेंसियों की ओर से अभी तक अखिलेश यादव के खिलाफ एक भी पर्चा नहीं काटा गया है जबकि आजम खान के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। अखिलेश यादव शुरुआत से ही आजम खान को नेस्तनाबूद करने की कोशिश में जुटे हुए थे और इस काम में उन्हें कामयाबी भी मिल गई है।
उन्होंने सवाल किया कि आखिर जांच एजेंसियां अखिलेश यादव के खिलाफ जांच के मामले में इतनी शिथिलता क्यों बरत रही हैं। उन्होंने यादव सिंह के मामले का जिक्र करते हुए सपा नेता रामगोपाल यादव पर भी निशाना साधा। बसपा नेता ने कहा कि इससे स्पष्ट हो जाता है कि भाजपा की बी टीम के रूप में कौन काम कर रहा है।