Bulandshahar News: नहीं दिलाया ट्रैक्टर तो कर दी चाचा की हत्या!, गिरफ्तार
Bulandshahar News: हत्या करने के बाद खुद ही लिखा दिया था रिपोर्ट, पुलिस ने हिरासत में लेकर कड़ाई से की पूछताछ तो हकीकत सामने आ गया।
Bulandshahar News: यूपी के बुलंदशहर जनपद की छतारी थाना पुलिस ने महज 72 घंटे में कुंवरपाल ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा कर दिया। एएसपी बजरंगबली चैरसिया ने बताया कि चाचा ने ट्रैक्टर खरीदने को पैसे देने से इंकार कर दिया था जिससे नाराज भतीजे राहुल ने अपने चाचा की हत्या कर दी और फिर अज्ञात हत्यारों के खिलाफ ट्रैक्टर लूट के विरोध पर अज्ञात बदमाशों द्वारा हत्या करने की रिपोर्ट भी दर्ज करा दी थी। पुलिस ने गला दबाकर हत्या करने में प्रयुक्त गमछे को भी बरामद कर लिया है।
वादी भतीजा ही निकला हत्यारा!
एएसपी देहात बीबी चैरसिया ने बताया कि 13 तारीख को प्रातः थाना छतारी क्षेत्रान्तर्गत मृतक कुंवरपाल पुत्र नौहवत निवासी जंगल ग्राम रूस्तमगढ़ी माजरा ग्राम बुढासी का शव गांव के ही जंगलों में एक ज्वार के खेत में मिला था। मामले को लेकर मृतक के भतीजे राहुल ने अज्ञात हत्यारों के विरुद्ध थाना छतारी में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
ऐसे हुआ ब्लाइंड मर्डर केस का खुलासा..
एसपी देहात बजरंगबली चैरसिया ने बताया कि ब्लाइंड मर्डर केस को खोलने के लिए जैसे ही थाना छतारी पुलिस व स्वाट टीम ने छानबीन शुरू की तो तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर मुकदमें के वादी राहुल का नाम प्रकाश में आया। पुलिस ने राहुल को हिरासत में लेकर जैसे ही सख्ती से पूछताछ की तो हत्याकांड का खुलासा हो गया। पुलिस ने हत्यारोपी राहुल की निशानदेही पर वारदात में प्रयुक्त गमछा भी बरामद कर लिया।
एएसपी देहात ने हत्यारोपी राहुल पुत्र रामखिलाडी निवासी ग्राम रूस्तमगढी थाना छतारी से पूछताछ के बाद बताया कि वह जनपद अलीगढ़ स्थित एक सीमेंट के प्लांट में ट्रैक्टर-ट्राली पर नौकरी करता था। 12/13 जून की रात्रि में वह जनपद अलीगढ से ट्रैक्टर-ट्राली लेकर अपने घर आया था तथा ट्रैक्टर-ट्राली को घर के सामने खडा कर दिया। उसका चाचा कुंवरपाल ट्राली की सुरक्षा हेतु ट्रॉली की छत पर आकर सो गया था। राहुल ने कुछ दिन पूर्व अपने चाचा से ट्रैक्टर खरीदने के लिए रुपए की मांग की थी जिसे उसने देने से मना कर दिया था जिससे कुपित हो रात्रि में किसी समय ही ट्रैक्टर के लिए पैसे न देने के बाद पनपे जमीन के लालच में गमछे से गला दबाकर चाचा की हत्या कर दी तथा घटना को लूट-चोरी का रुप देने के लिए शव को हाथ-पैर बांधकर ज्वार के खेत में फेंक दिया। किसी को उस पर शक न हो इसलिए स्वयं ही मुकदमा पंजीकृत करा दिया। कुंवरपाल अविवाहित था।