Bulandshahr: भ्रष्टाचार के मसाले से गंगा पर बन रहे पुल के तीन बीम गिरे, पिलर्स में आयी दरारें
Bulandshahr: सरकार भले ही भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही हो मगर आज भी भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं।
Bulandshahr News: सरकार भले ही भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही हो मगर आज भी भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का है। जहां गंगा नदी पर 83 करोड रुपए की लागत से बना रहे पुल के तीन भी भर भर कर गिर पड़े जबकि एक भी चटक गया दो पिलर्स में भी दरारें आने की खबर है हालांकि सेतु निगम के डीपीएम शशि भूषण ने बताया कि एडिकोन कंपनी द्वारा कल निर्माण का कार्य किया जा रहा था। मामले की तत्काल जांच के निर्देश दिए गए है। बुलंदशहर के जिलाधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह का कहना है कि रात में मौसम खराब था कल ही बीम बनाए गए। मामले को लेकर 3 सदस्य जांच कमेटी बनाई गई है। पुल निर्माण में गुणवत्ता में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मामले की जांच कराकर जांच रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
83 करोड़ से बन रहे गंगा नदी के निर्माणधीन पुल के बीम हुए धराशाई
यूपी के बुलंदशहर में गंगा नदी पर बन रहे पुल के 3 बीम बनने से पहले ही धराशाई हो गए। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुलंदशहर जनपद के नरसेना के गांव गजरौला से अमरोहा जनपद के गांव वीरामपुर तक गंगा नदी पर 1062 मीटर लंबा पुल बनाया जा रहा है। शुक्रवार को पुल के 2 पिलर्स में दरारें आयी और 3 बीम धराशाई हो गए जब कि तस्वीरों में एक बीम में क्रेक आया दिख रहा है। गनीमत ये रही कि हादसे में किसी के हताहत होने की ख़बर नही आयी। सेतु निगम के गाजियाबाद की देख रेख में पुल का निर्माण चल रहा था, 83 करोड़ रुपए की लागत से पुल का निर्माण कार्य होगा। बताया जाता है कि रात को हादसा उस वक्त हुआ जब श्रमिक काम करके जा चुके थे।
डीएम ने जांच कमेटी की गठित
बुलंदशहर के जिलाधिकारी चंद्रप्रकाश सिंह ने बताया कि शुक्रवार को ही गंगा नदी के पुल पर बीम डाले गए थे। शुक्रवार की रात को मौसम खराब था। बीम के गिरने के कारणो की जांच कर पता लगाया जाएगा। इसके लिए तीन सदस्य जांच कमेटी बुलंदशहर के सीडीओ के नेतृत्व में गठित कर दी गई है। जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
जानिए क्या बोले सेतु निगम के अधिकारी
सेतु निगम के डीपीएम शशि भूषण ने बताया कि राज्य योजना के तहत 83 करोड रुपए की लागत से 1062 मीटर लंबे पुल का निर्माण कार्य होना है। कार्यवाही संस्था एडिकोन कंपनी द्वारा मई में निर्माण कार्य पूर्ण करना है। गंगा नदी के निर्माणधीन पुल के तीन बीम गिरने की जानकारी मिलने के बाद मामले की तत्काल जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। मामले में उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी।
जो कटान नही झेल पाया वो गंगा की धारा का वेग कैसे झेल पाएगा?
सेतु निगम के डीपीएम शशि भूषण ने बताया कि प्राथमिक जानकारी के अनुसार गंगा नदी में कटान के कारण पिलर्स में दरारें आई और तीन बीम गिर गए, फिर भी मामले की जांच कराई जा रही है, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कराई जाएगी। पुल के निर्माण में किसी भी प्रकार के भ्रष्टाचार या लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बता दें कि गंगा में पानी का बहाव तेज रहता है। गंगा नदी पर बन रहा जो पुल गंगा के काटन को झेल नहीं पाया उसकी गुणवत्ता का अंदाजा लगाया जा सकता है।