Jhansi News: बिना टिकट सफर कर रहे सर्राफा कारोबारी से बरामद किए 1 करोड़ से अधिक की रकम, आयकर विभाग ने शुरू की जांच
झाँसी में आरपीएफ खुफिया और आरपीएफ टीम ने महाकौशल एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में बिना टिकट सफर कर रहे सर्राफा कारोबारी को पकड़ लिया। इसके पास से एक करोड़ पांच लाख चौसठ हजार रुपये बरामद किए हैं। इस मामले में आयकर विभाग ने जांच शुरू कर दी है।
Jhansi: एक बार फिर से झाँसी में हवाला का पैसा मिला है। हालांकि इसकी अभी तक पुष्टि नहीं की गई हैं। आरपीएफ (RPF) खुफिया और आरपीएफ टीम (RPF Team) ने महाकौशल एक्सप्रेस (Mahakaushal Express) के स्लीपर कोच में बिना टिकट सफर कर रहे सर्राफा कारोबारी को पकड़ लिया। इसके पास से एक करोड़ पांच लाख चौसठ हजार रुपये बरामद किए हैं। इस मामले में आयकर विभाग (Income tax department) ने जांच शुरू कर दी है। सर्राफा कारोबारी से सारे पैसों का रिकॉर्ड मांगा है। देरशाम तक जांच जारी थी।
रेल सुरक्षा बल (rail protection force) के प्रधान मुख्य सुरक्षा आयुक्त व रेल सुरक्षा बल के मंडल सुरक्षा आयुक्त आलोक कुमार (Divisional Security Commissioner Alok Kumar) के निर्देशन में आरपीएफ स्टेशन पोस्ट प्रभारी रविंद्र कुमार कौशिक (RPF Station Post Incharge Ravindra Kumar Kaushik) व डिटेक्टिव विंग के निरीक्षक एस एन पाटीदार (Detective Wing Inspector SN Patidar) बीती रात स्थानीय रेलवे स्टेशन पर टीम के साथ संदिग्ध युवकों की तलाश में लगे थे।
सूचना मिली कि एक व्यक्ति ट्रेन नंबर 12189 महाकौशल एक्सप्रेस के एस-1 कोच में बैठा हुआ है, जो बांदा से ग्वालियर जा रहा है। इसके पास दो पिट्ठी बैग है। इनमें बड़ी मात्रा में अवैध कैश रखे हुए हैं। इस सूचना पर टीम सक्रिय हो गई। जीआरपी के साथ मिलकर टीम ने एस-1 कोच से पीएनआर नंबर 8445238172 वेटिंग टिकट पर यात्रा कर रहे यात्री विनय कुमार स्वर्णकार निवासी मोहल्ला शंकर नगर थाना कोतवाली बांदा (police station kotwali banda) को पकड़ लिया। कोच से उतरकर थाना लाया गया। यहां उसके दोनों बैगों की तलाशी ली गई। तलाशी के अंदर बैगों में एक करोड़ पांच लाख 64 हजार कैश मिला है। इसकी सूचना आयकर विभाग (Income tax department) को दी गई। मंगलवार की तड़के आयकर विभाग की टीम (Income tax department Team) आरपीएफ थाना पहुंची। यहां आयकर विभाग की टीम ने यात्री विनय कुमार स्वर्णकार से नोटों के मामले में जानकारी ली मगर वह ठीक तरह से जवाब नहीं दे सका।
15 साल से कर रहा है सर्राफा कारोबार
विनय का कहना है कि वह सर्राफा का माल लेने के लिए ग्वालियर जा रहा था। यहां पर उसे पैसा देकर सोना लाना था। उक्त रुपयों का आर्टीजन भी नहीं हो सकता था इसलिए कैश लेकर जा रहा था। उसका कहना है कि बांदा में उसकी सर्राफा की दुकान है। करीब 15 साल से सर्राफा का कारोबार कर रहा है।
बांदा और महोबा के पूर्व में भी पकड़े गए सर्राफा कारोबारी
बताते हैं कि इसके पहले भी बांदा और महोबा के सर्राफा कारोबारी पकड़े जा चुके हैं। इनके पास से सोने के बिस्कूट, लाखों रुपया कैश भी बरामद किया गया। आयकर विभाग की टीम भी जांच कर चुकी हैं। बाद में पैसा अदालत के आदेश पर छोड़ दिया जाता है।
इस टीम को मिली है सफलता
रेसुब डिटेक्टिव विंग निरीक्षक एस.एन.पाटीदार (RPF Detective Wing Inspector SN Patidar), सहायक उपनिरीक्षक जे.पी.यादव (Assistant Sub Inspector JP Yadav), प्रधान आरक्षी विजय बहादुर राम, प्रधान आरक्षक उमेश कुमार, आरक्षक दीपक कुमार आरक्षक अरुण सिंह राठौड़, रेसुब पोस्ट झांसी स्टेशन के उपनिरीक्षक जितेन्द्र कुमार, सहायक उपनिरीक्षक गिरिराज सिंह, जीआरपी उपनिरीक्षक रणविजय बहादुर सिंह व आरक्षी सुरेन्द्र कुमार शामिल रहे हैं।
धोखाधड़ी कर हड़पे 16 लाख, एसएसपी से मांगा न्याय
बबीना थाना क्षेत्र (Babina Police Station Area) के तिलक नगर निवासी श्रीमती पुष्पा देवी साहू एसएसपी कार्यालय में शिकायती पत्र देते हुए बताया कि उसने 16 लाख रुपए में एक प्लॉट खरीदा था। जिसका पूरा रुपए दे दिया। रुपए देने के बाद रजिस्ट्री भी हो गई। जब दाखिल खारिज की बात आई तो दाखिल खारिज नहीं किया गया। अब वह अपनी रकम को वापस मांग रही है तो उसे न तो रकम दी जा रही है और न ही उसके प्लॉट का दाखिल खारिज हो रहा है। इसकी शिकायत थाने की पुलिस से की गई। पुलिस ने शिकायत को गम्भीरता से नहीं लिया। परेशान होकर पीड़िता ने एसएसपी से शिकायत करते हुए न्याय की गुहार लगाई।
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